दिल्ली-यूपी में हल्की पड़ी ठंड, मौसम विभाग ने इन राज्यों में बारिश का अलर्ट किया जारी

दिल्ली-एनसीआर में सूरज देवता दिन में जमकर चमकर रहे हैं। हालांकि दिन में चल रही ठंडी हवाओं ने ठंड अभी तक बरकरार रखी है। वहीं, मौसम विभाग के मुताबिक यूपी में आज हल्का कोहरा छाएगा। अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में व्यापक वर्षा हो सकती है। हिमाचल प्रदेश और उत्तरी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में शीत लहर की स्थिति होने की संभावना है। हिमाचल और कश्मीर के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी की संभावना है।

आज अरुणाचल प्रदेश में भारी वर्षा होने की संभावना

एक पश्चिमी विक्षोभ (डब्ल्यूडी) को पश्चिम अफगानिस्तान और उसके पड़ोस पर एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में देखा जाता है और एक और ताजा डब्ल्यूडी 8 फरवरी से उत्तर पश्चिम भारत को प्रभावित करने की उम्मीद है। 6-7 फरवरी को अरुणाचल प्रदेश और उत्तर-पूर्व असम में छिटपुट हल्की वर्षा/बर्फबारी की गतिविधि होने की संभावना है, 7 फरवरी को अरुणाचल प्रदेश में छिटपुट भारी वर्षा होने की संभावना है।

हिमालय क्षेत्र में होगी बर्फबारी

एक और पश्चिमी विक्षोभ के परिणामस्वरूप 8-11 फरवरी तक पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में छिटपुट हल्की वर्षा/बर्फबारी की गतिविधि होने की संभावना है।जहां तक ​​पारे के स्तर की बात है, इस अवधि के दौरान भारत में अधिकतम तापमान सामान्य के करीब या उससे ऊपर रहेगा, जबकि गुजरात और आसपास के क्षेत्रों में सामान्य से कम तापमान होगा और गुरुवार के बाद मध्य और पूर्वी भारत में इसका विस्तार होगा। इस अवधि के दौरान भारत के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से काफी ऊपर रहेगा।

ला नीना प्रभाव के बावजूद सबसे गर्म रही इस वर्ष की जनवरी

यूरोपीय जलवायु एजेंसी ने गुरुवार को बताया कि ला नीना विकसित होने के बावजूद इस वर्ष की जनवरी दुनियाभर में सबसे गर्म रिकार्ड की गई, जबकि ला नीना के प्रभाव से वैश्विक तापमान में कमी आती है। ऐसा तब हुआ है जब 2024 दुनियाभर में सबसे गर्म वर्ष रहा और पहली बार औद्योगिक काल से पूर्व के स्तर से वैश्विक तापमान में औसत वृद्धि 1.5 डिग्री सेल्सियस रही।

वैश्विक तापमान में वृद्धि 1.5 डिग्री से ऊपर रही

कोपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस (सी3एस) के अनुसार, जनवरी-2025 में औसत तापमान 13.23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो पिछली सबसे गर्म जनवरी (2024) से 0.09 डिग्री अधिक था और 1991-2020 के औसत से 0.79 डिग्री अधिक था। विज्ञानियों ने यह भी पाया कि जनवरी में धरती का तापमान औद्योगिक काल से पूर्व के स्तर से 1.75 डिग्री सेल्सियस से अधिक था। पिछले 19 महीनों में से 18 में वैश्विक तापमान में वृद्धि 1.5 डिग्री से ऊपर रही है।

सी3एस के उपनिदेशक समंथा बर्गीस ने कहा, ”जनवरी-2025 एक और आश्चर्यजनक महीना है, जिसमें ट्रोपिकल पैसिफिक क्षेत्र में ला नीना की स्थिति विकसित होने और वैश्विक तापमान पर उनके अस्थायी कूलिंग इफेक्ट के बावजूद पिछले दो वर्षों के दौरान दर्ज किए गए रिकॉर्ड तापमान जारी रहा।” ला नीना ऐसी स्थिति है, जिसमें मध्य प्रशांत महासागर की सतह का जल सामान्य से अधिक ठंडा हो जाता है, जिससे विश्वभर का मौसम प्रभावित होता है।

पाक के ऊपर स्थित एक पश्चिमी विक्षोभ के कारण तापमान में बड़ी गिरावट आई

आइएमडी ने गुरुवार को बताया कि उत्तरी पाकिस्तान के ऊपर स्थित एक पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर भारत में तापमान में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। यह प्रणाली धीरे-धीरे पूर्व की ओर बढ़ रही है, जिससे इस क्षेत्र में मौसम प्रभावित हो रहा है।

दिल्ली के तापमान में -2.8 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज

आइएमडी की वैज्ञानिक सोमा राय के मुताबिक -”वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और उससे जुड़ी ट्रफ के ऊपर है। यह धीरे-धीरे पूर्व की ओर बढ़ रहा है। वहां कल बहुत बारिश हुई थी। इससे पूरे उत्तर पश्चिम भारत में तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई है। दिल्ली के तापमान में -2.8 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है।”

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