देहरादून से प्रयागराज के ल‍िए आज से चलेंगी वॉल्‍वो बसें, जानिए किराया से लेकर टाइमिंग तक सबकुछ

प्रयागराज महाकुंभ को लेकर उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से दो विशेष बसें आज शुक्रवार से संचालित होंगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के क्रम में यह बसें दून से हरिद्वार व लखनऊ-रायबरेली होते हुए प्रयागराज जाएंगी। उत्तराखंड परिवहन निगम की प्रबंध निदेशक रीना जोशी बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगी।

विशेष बसों में एक बस साधारण होगी, जो रोजाना सुबह 10 बजे, जबकि दूसरी बस सुपर डीलक्स वॉल्वो है जो रोजाना शाम पांच बजे दून आइएसबीटी से संचालित होगी। वॉल्वो बस में दून से प्रयागराज तक का किराया 2279 रुपये, जबकि साधारण बस में 1160 रुपये प्रति यात्री रहेगा। वॉल्वो बस की यात्रा करीब 16 घंटे में जबकि साधारण बस करीब 18 से 19 घंटे में अपनी यात्रा तय करेगी।

प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हाे रहा महाकुंभ

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हो रहे भव्य महाकुंभ को लेकर मुख्यमंत्री पुष्‍कर स‍िंंह धामी  ने परिवहन सचिव को देहरादून-हरिद्वार से प्रयागराज के लिए सीधी बस सेवा चलाने के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में आज शुक्रवार से परिवहन निगम प्रयागराज के लिए दून से दो विशेष बस सेवा शुरू करने जा रहा है।

एक तरफ से 800 क‍िमी की दूरी तय करेगी बस

ग्रामीण डिपो के सहायक महाप्रबंधक राजीव गुप्ता ने बताया कि देहरादून आइएसबीटी से संचालित यह दोनों बसें हरिद्वार, नजीबाबाद, नगीना, धामपुर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, शाहजहांपुर, लखनऊ, रायबरेली होकर प्रयागराज पहुंचेगी। बसों का देहरादून से प्रयागराज तक का किराया निर्धारित कर दिया गया है। यह बस एक तरफ से करीब 800 किमी की दूरी तय करेगी।

यात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिगत दोनों बसों पर दो-दो चालक नियुक्त क‍िए जाएंगे। साधारण बस सुबह 10 बजे दून से चलकर अगले दिन सुबह पांच बजे तक प्रयागराज पहुंचेगी, जबकि वॉल्वो बस शाम पांच बजे देहरादून से चलेगी और अगले दिन सुबह नौ बजे तक प्रयागराज पहुंचेगी।

कल रवाना होगी धारी देवी और नागराज की डोली

ईष्ट देव सेवा ट्रस्ट की ओर से मां धारी देवी एवं भगवान श्री नागराज देव डोली शोभायात्रा कल 11 जनवरी से प्रयागराज महाकुंभ के लिए रवाना होगी। उत्तराखंड समेत उत्तर प्रदेश और दिल्ली के 51 स्थानों पर यात्रा का भव्य स्वागत किया जाएगा। इस दौरान लोग डोली का आशीर्वाद लेकर दर्शन कर सकेंगे।

धारी देवी नागराज उपासक और ट्रस्ट के संस्थापक आचार्य श्रित सुरेंद्र प्रसाद सुंदरियाल ने बताया कि उत्तराखंड की पौराणिक देव संस्कृति की धर्म ध्वजा को विश्व पटल पर स्थापित करने के उद्देश्य से 11 जनवरी को जिसमें ढोल दमाऊं की धुन और मंडाण के साथ नगर निगम के टाउनहाल से 10वीं शोभायात्रा शुरू होगी।

ये है यात्रा का शेड्यूल

12 को त्रिवेणी घाट ऋषिकेश, 13 को सिद्धपीठ कालू सिद्ध मंदिर हरिपुर कला, 14 और 15 को को हरिद्वार 16 को रुड़की से मुजफ्फरनगर, 17 को मेरठ, 18 को गाजियाबाद, 19 को साहिबाबाद, दिल्ली, फरीदाबाद, 21 से 25 तक दिल्ली, 26 और 27 को हरियाणा, 28 को कानपुर, 30 को इलाहाबाद, एक और दो फरवरी को प्रयागराज महाकुंभ में डोली संत और अखाड़ों का दर्शन करेगी।

तीन फरवरी को त्रिवेणी संगम पर स्नान के बाद चार को देहरादून के लिए प्रस्थान करेगी। पांच को देव डोली शोभायात्रा नेहरू कालोनी परशुराम चौक पहुंचेगी। छह फरवरी को नेहरू कालोनी स्थित डोली थान में यज्ञ व अनुष्ठान के बाद पूजा वितरित होगा।

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