कुर्सी से हटने से पहले जो बाइडेन ने इतने लोगों को दिया क्षमादान
अमेरिका के राष्ट्रपति के तौर पर कार्यकाल खत्म होने से पहले गुरुवार को एक ही दिन में जो बाइडेन ने 1700 लोगों की सजा कम कर दी। जनकारी के मुताबिक कोरोना महामारी के दौरान इन कैदियों को जेल से छोड़ दिया गया था और घर में ही नजरबंद कर दिया गया था। इस लिस्ट में चार भारतवंशी भी शामिल हैं। जो बाइडेन ने हिंसक अपराधाों में सामिल 39 लोगों की सजा माफ कर दी है। बता दें कि हाल ही में जो बाइडेन ने अपने बेटे हंटर बाइडेन के भी गुनाह माफ कर दिए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक इतनी बड़ी संख्या में एक साथ क्षमादान पहली बार हुआ है। सूत्रों का कहना है कि डोनाल्ड ट्रंप के साथियों ने भी जो बाइडेन के इस फैसले पर हैरानी जताई है।
जो बाइडेन की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि राष्ट्रपति के तौर पर उन्हें अपनी दया दिखाने का मौका मिला है। जिन लोगों ने अपनी गलती मान ली है और भविष्य में साफ-सुथरा जीवन जीने का वादा किया है उन्हें अवसर मिलना जरूरी है। ऐसे में समाज को बेहतर बनाने के लिए यह फैसला लिया गया है। जिन लगों के गुनाह माफ किए गए हैं या फिर सजा कम की गई है उनमें ज्यादातर ड्रग तस्करी से जुड़े हैं।
बता दें कि जो बाइडेन के बेटे हंटर बाइडेन को भी अवैध हथियार रखने टैक्स चोरी और ड्रग्स के तीन मामलों में सजा सुना दी गई थी। हालांकि जो बाइडेन ने उनकी सजा माफ कर दी। जो बाइडेन ने कहा कि राजनीति ही माहौल गंदा कर देती है। उन्होंने कहा था कि हंटर को इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि वह उनके बेटे थे। यह भी बताया जा रहा है कि वकीलों का प्रेशर है कि डोनाल्ड ट्रंप के पद संभालने से पहले ही जो बाइडेन मौत की सजा पाने वाले लोगों क माफ कर दें। संभव है कि जो बाइडेन उन लोगों को भी क्षमादान दे दें जिन लोगों ने कैपिटल हिल पर डोनाल्ड ट्रंप के समर्थन में हंगामा किया था।
जन भारतवंशियों को माफी मिली है उनमें डॉ. मीरा सचदेवा का भी नाम है। धोखाधड़ी के आरोप में उन्हें 20 साल कैद की सजा सुनाई गई थी। इसके अलावा उनपर 82 लाख डॉलर का जुर्माना लगाया गया था। उनके अलावा बाबूभाई पटेल, विक्रम दत्ता और कृष्णा मोटे की भी सजा माफ की गई है।