देहरादून में रफ्तार का कहर, 14 दिनों में 11 मौतों से दहला शहर

जिले में रफ्तार का कहर लगातार जारी है। पुलिस व परिवहन विभाग की सर्तकता भी हादसों पर नकेल नहीं कर पा रही हैं। पिछले 14 दिनों में ही जिले में छह हादसों में 11 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग घायल हो चुके हैं। पुलिस व परिवहन विभाग की ओर से की जा रही सख्ती भी हादसों को नहीं रोक पा रही है।
11 नवंबर की रात को ओएनजीसी चौक पर हुए भीषण हादसे ने सबको दहला दिया। हादसे में तीन युवक व तीन युवतियों की मौत हो गई जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया, जो कि इस समय अस्पताल में उपचाराधीन है।
पुलिस की लापरवाही आ रही सामने
हादसे में कहीं न कहीं पुलिस की लापरवाही सामने आई और सख्ती शुरू करते हुए चारों तरफ नाकेबंदी करते हुए चेकिंग शुरू की गई। दूसरे ही दिन यानि 12 नवंबर को आशारोड़ी के निकट एक कंटेनर ने कई वाहनों को कुचल दिया जिसके कारण एक पिकअप चालक की मौत हो गई और तीन लोग घायल हो गए।
शहर में रफ्तार का कहर कम नहीं हो रहा
पुलिस इस हादसे की जांच कर ही रही थी कि नेहरू कॉलोनी में एक ट्रक चालक ने टेंपों चालक को कुचल दिया जिसके कारण उसकी मौत हो गई। इस घटना ने पुलिस जांच की पोल खोल दी। वहीं, 15 नवंबर को लच्छीवाला टोल प्लाजा पर उत्तराखंड परिवहन की बस पोल से टकराने से चार यात्री घायल हो गए। इसके बाद 16 नवंबर को प्रेमनगर में तेज रफ्तार बाइक चालक की दीवार से टकराने से मौत हो गई।
पुलिस व परिवहन के तमाम सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद रविवार रात को ऋषिकेश में बेकाबू ट्रक ने रिसेप्शन पार्टी में शामिल होने के लिए आए लोगों को टक्करा मार दी जिसके कारण दो लोगों की मौत हो गई, जिसमें यूकेडी नेता सहित दो की मौत हो गई।
रफ्तार के कारण हर साल बढ़ रहे हैं हादसे
वर्ष	हादसे	मौत
2024	435	158
2023	481	201
2022	465	177
 
				 
					




