NASA ने ‘यूरोपा’ मिशन के तहत हिंदी समेत कई अन्य भाषाओं में भेजा खास संदेश

NASA ने हिंदी को अंतरिक्ष में पहुंचा दिया है। यह कारनामा अमेरिकी स्पेस एजेंसी के नए ‘Europa Clipper Mission’ के चलते हुआ है। दरअसल, नासा ने जुपिटर के चांद ‘यूरोपा’ पर छिपे विशाल महासागर की खोज के लिए अंतरिक्ष यान को सोमवार को रवाना किया है। यह यान स्पेस एक्स ने रवाना किया है। खबर है कि यह 18 लाख मील की यात्रा तय करेगा।
NASA ने स्पेसक्राफ्ट के साथ हिंदी समेत कई अन्य भाषाओं में खास संदेश भेजा है। इस संदेश को 7 बाई 11 इंच की प्लेट पर बनाया गया है। खास बात है कि प्लेट टैंटालम मेटल से बनी हुई है। NASA JPL ने जानकारी दी, ‘प्लेट की एक तरह पर एक डिजाइन है, जिसे हम वॉटर वर्ड्स कह रहे हैं। ये लहराती हुई रेखाएं इंसानों की अलग-अलग भाषा में पानी शब्द की रिकॉर्डिंग हैं।’
क्या है मिशन यूरोपा
वैज्ञानिकों को यकीन है कि यूरोपा की बर्फीली परत के नीचे एक गहरा वैश्विक महासागर मौजूद है, जहां पानी और जीवन हो सकता है। ‘यूरोपा क्लिपर’ को जुपिटर तक पहुंचने में साढ़े पांच वर्ष लगेंगे। यह अंतरिक्ष यान गैस के इस विशाल ग्रह के चारों ओर की कक्षा में प्रवेश करेगा और दर्जनों विकिरण-युक्त किरणों से गुजरता हुआ यूरोपा के करीब पहुंचेगा।
अलग-अलग भाषाओं से जुड़े संदेश के अलावा अंतरिक्ष यान में अमेरिका के कवि एडा लिमोन की कविता भी शामिल है। इसका शीर्षक है ‘In Praise of Mystery: A Poem for Europa’। साथ ही इसमें एक सिलिकॉन माइक्रोचिप भी शामिल है, जिसपर 26 लाख से ज्यादा नाम उकेरे गए हैं।