सेंट्रल जेल के कैदी ने ‘घास’ से भेद दिया सुरक्षा चक्रव्यूह, जेल वार्ड निलंबित
सेंट्रल जेल से हत्यारे हरपाल के भागने के मामले में जेल वार्डर अजय कुमार (प्रथम) को निलंबित कर दिया गया है। अन्य लोगों की भूमिका की जांच की जा रही है। जल्द ही उनके विरुद्ध भी कार्रवाई हो सकती है।
गुरुवार शाम सेंट्रल जेल की कृषि भूमि से फतेहगंज पूर्वी के खनी नवादा गांव का रहने वाला हत्यारा हरपाल फरार हो गया था। सेंट्रल जेल से उसे कृषि भूमि पर काम करने के लिए जेल से बाहर लाया गया था। इसके बाद उसका पता नहीं चला, मामले में करीब 4:45 बजे इज्जत नगर पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस की सभी टीमों ने संभावित स्थानों पर दबिश देना शुरू किया, लेकिन उसका कोई पता नहीं लगा।
कृषि भूमि पर हत्यारा हरपाल जेल वार्डर अजय कुमार (प्रथम) के अभिरक्षण में था, जिसकी वजह से उन्हें निलंबित कर दिया गया है। कुल 40 कैदियों के साथ जितने भी बंदीरक्षक समेत अन्य सुरक्षा कर्मियों को लगाया गया था उनकी भी जांच शुरू हो गई है। बता दें कि हरपाल को हत्या के मामले में उम्र कैद की सजा हो चुकी थी। उसने अपने ही गांव के सोमपाल की गोली मारकर हत्या की थी।
घास से भेद दिया सेंट्रल जेल का सुरक्षा चक्रव्यूह
सेंट्रल जेल की सुरक्षा का चक्रव्यूह हत्यारे हरपाल ने घास बीनते-बीनते भेद दिया। 10 से अधिक सुरक्षाकर्मियों की आंखों में धूल झोंककर वह चंद मिनट में ही फरार हो गया। जब तक सुरक्षाकर्मी कुछ समझ पाते वह आंखों से ओझल हो गया। उसे ढूंढने के लिए कई टीमें लगाई गईं, मगर आधी रात तक फरार हत्यारे का कुछ भी पता नहीं चल सका था।