इस्तीफे के बाद पहली बार विधानसभा को संबोधित करेंगे केजरीवाल
दिल्ली विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र आज से शुरू हो गया। आतिशी के मुख्यमंत्री बनने के बाद सदन का यह पहला सत्र है। इसमें दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपनी बात रखेंगे। वह शाम 4 बजे सदन को संबोधित करेंगे। इससे पहले, सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्ष ने हंगाम शुरू कर दिया। इसके बाद स्पीकर रामनिवास गोयल ने 15 मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी थी।
मुख्यमंत्री आतिशी सदन में पहुंच चुकी हैं। आतिशी मुख्यमंत्री की सीट एक नंबर पर बैठी हैं। अरविंद केजरीवाल 41 नंबर सीट पर बैठे हैं। इस सीट के बगल में सीट नंबर 40 पर पूर्व उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया बैठे हैं। वहीं दक्षिणी दिल्ली में कुछ माह पहले काटे गए 1100 पेड़ों को लेकर सत्ता पक्ष ने दिल्ली विधानसभा में चर्चा कराई । सत्ता पक्ष ने कहा कि ये पेड़ एलजी वीके सक्सेना के निर्देश पर करवाए गए।
वहीं विपक्ष की ओर से अजय महावर ने सत्ता पक्ष पर हमला किया कि जब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर पेड़ काटे गए तो आप के लोग चुप थे, सत्ता पक्ष चुप था, उस समय के सीएम अरविंद केजरीवाल चुप थे। वे क्यों नही बोले?
बस मार्शलों की बहाली का प्रस्ताव पास
वहीं, दिल्ली विधानसभा में बस मार्शलों की बहाली के लिए प्रस्ताव पास हो गया। दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि 3 अक्टूबर को सुबह 11 बजे दिल्ली सरकार के सभी मंत्री, AAP और BJP के सभी विधायक LG साहब के यहां जाएंगे और बस मार्शलों की नियुक्ति के कागजों पर हस्ताक्षर करवाकर ही वापस आएंगे।
10 हजार बस मार्शल बर्बादी के कगार पर: सौरभ भारद्वाज
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली के लगभग 10,000 बस मार्शलों के परिवार बर्बादी के कगार पर हैं। कुछ बस मार्शल आत्महत्या तक कर चुके हैं। इनके घरों में चूल्हे तक नहीं जल पा रहे हैं। LG साहब ने पहले बस मार्शलों की तनख्वाह रोकी। जिसके बाद अरविंद केजरीवाल जी ने बस मार्शलों के हक में आवाज उठाई और LG साहब को पत्र लिखा, लेकिन उन्होंने बस मार्शलों की बहाली नहीं की।
बस मार्शलों की बहाली होने तक नहीं उठेंगे: सौरभ भारद्वाज
उन्होंने कहा कि अब मैं BJP से कहता हूं कि अगले हफ्ते LG साहब के पास सभी मंत्री और विधायक जाएंगे और उनसे कहेंगे कि दिल्ली की चुनी हुई सरकार से बस मार्शलों की बहाली के लिए जो लिखवाना है, लिखवा लें। जब तक LG साहब बस मार्शलों की बहाली नहीं करेंगे, हम वहां से उठेंगे नहीं।