उत्तराखंड में सेब से महंगा बिक रहा धनिया, पांच गुना ज्यादा कीमत

एक सप्ताह से सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। मंडियों में सब्जियों की आवक कम होने से प्याज, आलू, टमाटर जैसी मुख्य सब्जियां ऊंची कीमतों पर बिक रही हैं। हल्द्वानी में धनिया सेब से महंगा हो गया है।
बाजार में सेब 100 रुपये किलो और हरा धनिया 500 रुपये किलो बिका। टमाटर, बीन और शिमला मिर्च ने शतक लगा दिया है। श्राद्ध शुरू होते ही महंगाई ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। सब्जियों का जायका बढ़ाने के लिए लोग खासकर हरा धनिया का प्रयोग करते हैं। इसके दाम अचानक बढ़ने से लोग हैरान हैं।
दाम अचानक बढ़ने से लोग हैरान
आढ़ती कैलाश चंद्र जोशी का कहना है कि मंडी में पर्वतीय क्षेत्रों से सब्जियों की आवक घट गई है। वहीं, भारी बारिश से प्रभावित इलाकों में सब्जियों के परिवहन में परेशानी होने या फसल खराब होने की वजह से कीमतों में इजाफा हुआ है। कई सब्जियों के रेट 100 रुपये प्रति किलो के पार पहुंच गए हैं।
आढ़त केशव दत्त पलड़िया ने बताया कि रोजमर्रा की सब्जियां महंगी हो रही हैं। एक सप्ताह में प्याज, टमाटर व भिंडी के रेट सबसे अधिक हुए हैं। श्राद्ध से लेकर नवरात्र तक सब्जियों व फलों के दामों में और उछाल आने का अनुमान है।
हल्द्वानी में सब्जियों के रेट
- सब्जी थोक फुटकर
- प्याज 50 70
- पत्ता गोभी 12 40
- शिमला 50 100
- बीन 70 100
- टमाटर 40 100
- पहाड़ी खीरा 35 70
- लौकी 20 40
- पहाड़ी आलू 40 50
- बैगन 20 60
- भिंडी 35 45
- देसी तुरई 30 50
- पहाड़ी तुरई 50 70
- अदरक 100 120
- लहसुन 200 400
थोक के मुकाबले सब्जियों को दोगुना रेट
सब्जी खरीदने के लिए अक्सर लोग बाजार को निकलते हैं। इसी का फायदा ठेले व दुकान वाले उठा रहे हैं। थोक के मुकाबले सब्जियों को दोगुना रेट पर बेचा जा रहा है। जो सब्जी मंडी में 40 से 50 रुपये किलो तक बिक रही है, वह मंडी से आधा किलोमीटर दूर बाजार में आने पर 100 रुपये पहुंच जा रही है।
फलों के दाम
- सेब 100 रुपये प्रति किलो
- केला 60 रुपये दर्जन
- अमरूद 80 रुपये प्रति किलो
- मौसमी 120 रुपये किलो
सब्जियों के दाम में अचानक बढ़ोतरी होने से रसोई का बजट गड़बड़ा गया है। पिछले एक सप्ताह से सब्जियों के दाम कम नहीं हो रहे हैं। धनिया लेना तो अब बस की बात नहीं है। – नीलम सिंह, गृहणी, मयूर विहार
हम अक्सर ताजी सब्जियां खरीदते हैं। सोमवार को भिंडी 20 रुपये किलो खरीदी, मंगलवार को 45 रुपये किलो पहुंच गई। टमाटर व शिमला मिर्च सेब को टक्कर देने लगे हैं। -कृष्णा भट्ट, छोटी मुखानी