गोपालगंज के 410 शिक्षकों का ब्यौरा तलब, शिक्षा विभाग के आदेश से मचा हड़कप
पांच जून से 21 अगस्त तक ई-शिक्षा कोष एप पर शिक्षकों की ओर से आनलाइन उपस्थिति नहीं बनाने वाले पर शिक्षा विभाग ने जांच शुरू कर दी है।
इस संबंध में विभाग ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों के माध्यम से उपस्थिति नहीं बनाने वाले शिक्षकों के बारे में अद्यतन जानकारी मांगी है।
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ) स्थापना जमालुद्दीन ने इस संबंध में सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को लिखे पत्र में कहा है कि राज्य कार्यालय से प्राप्त पत्र के अनुसार जिले के 410 ऐसे शिक्षक हैं, जिन्होंने 5 जून से 21 अगस्त के बीच अपनी ऑनलाइन उपस्थिति ई-शिक्षा कोष एप के माध्यम से दर्ज नहीं की है।
इन शिक्षकों ने किन कारणों से अपनी उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज नहीं की है, इसका ब्यौरा तलब किया गया है।विदित हो कि शिक्षा विभाग ने पांच जून से सभी सरकारी विद्यालय के शिक्षकों के लिए ई-शिक्षा कोष एप के माध्यम से ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने का निर्देश दिया था।
समीक्षा के क्रम में पाई गई लापरवाही
समीक्षा के क्रम में पाया गया कि विभागीय निर्देश के बावजूद गोपालगंज जिले के 410 शिक्षकों ने अपनी उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज नहीं की। ऑनलाइन उपस्थिति नहीं बनाने में सर्वाधिक बरौली प्रखंड के 54 शिक्षक हैं, जबकि सबसे कम नौ शिक्षक थावे प्रखंड के बताए जाते हैं।
इसके अलावा, बैकुंठपुर प्रखंड के 44, भोरे प्रखंड के 33, सदर प्रखंड के 50, हथुआ प्रखंड के 34 तथा कटेया प्रखंड के 16 शिक्षकों ने 21 अगस्त तक अपनी उपस्थिति ई-शिक्षा कोष एप के माध्यम से दर्ज नहीं की है।
इसके अलावा कुचायकोट प्रखंड के 40, माझा प्रखंड के 21,पंचदेवरी प्रखंड के 15, फुलवरिया प्रखंड के 17, सिधवलिया प्रखंड के 38 ,थावे प्रखंड के नौ, उचकागांव प्रखंड के 25 तथा विजयीपुर प्रखंड के 14 शिक्षक अपनी उपस्थिति आनलाइन दर्ज नहीं कर रहे हैं।
पत्र में ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं करने वाले शिक्षकों के बारे में जानकारी मांगी गई है। पत्र में यह भी निर्देश दिया गया है कि अगर तकनीकी कारणों से शिक्षक अपनी ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं कर पा रहे हैं तो उनकी समस्याओं का त्वरित निराकरण किया जाए, ताकि सभी शिक्षक अपनी उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज कर सके।