बांग्लादेश में हिंसा से पर्यटन उद्योग को हुआ बड़ा नुकसान, पढ़ें पूरी खबर…
बांग्लादेश में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद हुई हिंसा से देश के पर्यटन उद्योग को बड़ा नुकसान हुआ है। पिछले एक महीने से मेहमान न आने के चलते होटलों में कमरे खाली पड़े हैं। पर्यटन उद्योग से जुड़े कर्मचारियों का बुरा हाल है।
ढाका में सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय होटल हैं। देश की राजधानी होने के चलते यहां व्यापार और पर्यटन के लिए मेहमान आते रहते हैं। मगर हिंसा के चलते बीते एक महीने से देश का पर्यटन उद्योग बड़ा नुकसान झेल रहा है। होटल के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक सबसे ज्यादा स्थिति जुलाई से खराब होनी शुरू हुई। जब लगातार बुकिंग रद्द होने लगीं।
एक पांच सितारा होटल के प्रबंधक ने बताया कि जुलाई में बड़े पैमाने पर बुकिंग रद्द हुईं। इससे 1.2-1.3 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। अगस्त के पहले सप्ताह में ही 35 लाख का नुकसान हुआ। उन्होंने बताया कि जब राजधानी में स्थिति बिगड़ने लगी तो हमने महिला स्टाफ को होटल आने से मना कर दिया था। जबकि पुरुष स्टाफ के होटल में ही रुकने की व्यवस्था की गई। जब हसीना सरकार गिरी उस दिन होटल में जर्मनी, रूसी, स्विट्जरलैंड, भारत समेत बांग्लादेश के मेहमान रुके थे।
उन्होंने कहा कि हमने होटल को सील किया और किसी को भी अंदर या बाहर आने की अनुमति नहीं दी। प्रदर्शनकारियों ने हमारे होटल के सामने मार्च किया, लेकिन हमारी संपत्ति को कोई नुकसान नहीं हुआ। एक अन्य होटल के स्टाफ ने बताया कि देश में हिंसा के चलते पर्यटन और होटल उद्योग की स्थिति बेहतर नहीं है। अब तक उनकी कंपनी को तीन से चार करोड़ तक का नुकसान हो चुका है। पिछले महीने हमारे होटल में बड़ी संख्या में डीलक्स कमरों की बुकिंग रद्द हुई।
एक अन्य होटल के प्रबंधक ने कहा कि हमारे होटल में 71 कमरे हैं, लेकिन मेहमान नहीं आ रहे हैं। उम्मीद है कि जल्द स्थिति सुधरेगी। हालांकि कुछ होटल प्रबंधकों का कहना है कि हालात अब सामान्य हो रहे हैं। व्यापार की दृष्टि से मेहमान आने लगे हैं। लेकिन अधिकांश होटलों में कमरे खाली ही हैं। जल्द ही हालात में सुधार हो जाएगा।
बता दें कि बांग्लादेश सरकार के सरकारी नाैकरी में आरक्षण लागू करने के विरोध में प्रदर्शन हुए थे। इसके बाद शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ दिया था। प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में सैकड़ों लोगों की मौत हो गई। इसके बाद मोहम्मद युनूस ने अंतरिम सरकार के प्रमुख के तौर पर शपथ ली।