उत्तराखंड में भारी बारिश का कहर, पांच जिलों में अलर्ट हुआ जारी

उत्तराखंड में भारी बारिश से पैदा हो रहीं मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। इस दौरान प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में भूस्खलन से मुसीबत और बढ़ रही है। रविवार को जहां चारधाम को जोड़ने वाले प्रमुख हाईवे जगह-जगह भूस्खलन के कारण बाधित रहे। वहीं टिहरी के एक गांव में भूस्खलन के बाद 35 परिवारों को घर छोड़ना पड़ा। रुद्रप्रयाग के ऊखीमठ व तुंगनाथ में भूस्खलन और भूधंसाव से ग्रामीण भयभीत हैं। उधर, केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर गौरीकुंड से आगे भीमबली में भूस्खलन हुआ। इस दौरान आए मलबे से मंदाकिनी नदी का प्रवाह बाधित हो गया। प्रशासन ने रुद्रप्रयाग तक नदी किनारे रहने वाले लोगों से अलर्ट रहने की अपील की है।

गौरीकुंड से रुद्रप्रयाग तक अलर्ट जारी : केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर रविवार शाम 5:30 बजे भीमबली हेलीपैड के निचले इलाके में सामने वाली पहाड़ी से भूस्खलन हुआ। इसका मलबा मंदाकिनी नदी में जाने से प्रवाह बाधित हो गया। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि भूस्खलन से मंदाकिनी में तालाब बन गया। हालांकि पानी का रिसाव हो रहा है लेकिन गौरीकुंड व सोनप्रयाग समेत निचले क्षेत्रों में नदी किनारे रहने वालों को अलर्ट किया गया है।

उधर, रुद्रप्रयाग की तुंगनाथ घाटी में शनिवार रात अतिवृष्टि से भारी नुकसान हुआ। आकाश कामिनी नदी ने रौद्र रूप ले लिया। उषाडा तोक में भू-धंसाव हो गया। कुंड-ऊखीमठ-चोपता-गोपेश्वर हाईवे भी भू-धंसाव की चपेट आ गया है। वहीं ऊखीमठ ब्लॉक में मक्कू के गुजर ग्वाड़ व दिलणा ग्वाड़ में भूधंसाव से कई घरों को खतरा पैदा हो गया है। टिहरी के भिलंगना की हिंदाव पट्टी के अंथवाल गांव के ऊपर भूस्खलन से मकानों में दरारें पड़ने लगीं। 35 परिवारों में अपने घर छोड़ सुरक्षित जगह शरण लेनी पड़ी। वहीं ग्यारह गांव हिंदाव पट्टी के बडियार कूड़ा गांव में गदेरे में बाढ़ के बाद चार परिवारों को पंचायती भवन में शिफ्ट कराया गया।

एमआई-17 विदा पर चिनूक कुछ समय मुस्तैद रहेगा

केदारघाटी में आपदा से क्षतिग्रस्त योजनाओं के निर्माण के लिए एयरफोर्स का चिनूक हेलीकॉप्टर कुछ और दिन उत्तराखंड में रहेगा। भारी मशीनों को चिनूक के जरिए पहुंचाया जाएगा। वहीं एमआई-17 को रविवार को विदा किया गया। केदारनाथ में स्वेच्छा से रुके 78 लोगों को रविवार को एमआई-17 से गुप्तकाशी पहुंचाया गया। रविवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का केदारनाथ में आपदा राहत में सहयोग के लिए आभार जताया।  

चारधाम के हाईवे कई जगह रहे बाधित

ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे रविवार को श्रीनगर गढ़वाल से चमोली तक कई जगह मलबा-बोल्डर आने से बाधित हुआ। सिरोबगड़ में शनिवार रात 11 बजे बाधित हाईवे रविवार सुबह आठ बजे शुरू हुआ। यहां एक कार भी मलबे की चपेट में आ गई। सौभाग्य से कार सवारों की जान बच गई। वहीं, चमोली के निकट छिनका में भूस्खलन से रविवार सुबह 11 बजे हाईवे बंद हो गया। यहां शाम 630 बजे छोटे वाहनों की आवाजाही शुरू हो पाई। कमेड़ा और कर्णप्रयाग में भी हाईवे कई घंटे बाधित रहा।

गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे भी भूस्खलन के चलते कई स्थानों पर बाधित रहे। गंगोत्री हाईवे नेताला और ज्ञानसू ओपन टनल के समीप शनिवार रात बंद होने के बाद रविवार दोपहर खुला। यमुनोत्री हाईवे पर डाबरकोट में रविवार शाम सात बजे तक आवाजाही शुरू नहीं हो पाई थी। यहां सैकड़ों वाहन फंसे थे। डोलिया देवी के पास सुबह बंद केदारनाथ हाईवे पर दोपहर 12 बजे तक छोटे वाहनों की आवाजाही शुरू हो पाई थी।

ऋषिकेश में चेतावनी निशान के पार गंगा

गढ़वाल मंडल के पर्वतीय क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश के चलते रविवार को ऋषिकेश में गंगा उफान पर रही। केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक, शाम चार बजे गंगा का जलस्तर चेतावनी निशान को पार कर 339.65 मीटर रिकॉर्ड किया गया। इसके चलते प्रशासन ने तटवर्तीय इलाकों के लोगों को मुनादी कर सतर्क किया।

हरिद्वार में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंचा

वहीं, हरिद्वार में गंगा नदी का जलस्तर चेतावनी के निशान से ऊपर पहुंच गया है। गंगा देर रात एक बजे 293.25 मीटर पर बह रही थी। ऋषिकेश पशु लोक बैराज से गंगा में अतिरिक्त जल छोड़ा गया है। गंगा का चेतावनी निशान 293 मीटर है और खतरे का निशान 294 मीटर पर है। गंगा में जल की मात्रा बढ़ाने के बाद रात के समय निचले इलाकों में बाढ़ के हालात बन गए। डीएम के निर्देशों पर सभी बाढ़ चौकियां अलर्ट पर हैं। गंगा किनारे रहने वाले लोगों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने की अपील की जा रही है। हरिद्वार में गंगा सुबह 8 बजे 292.35 मीटर पर बह रही है। वहीं गंग नहर में सिल्ट की मात्रा 9870 पीपीएम रिकॉर्ड होने के बाद गंग नहर को बंद कर दिया गया है। 

गरुड़ में उफनाये गदेरे में बही महिला की मौत

गरुड़। तहसील क्षेत्र की द्योनाई घाटी में गदेरा पार करते समय एक महिला तेज बहाव में बह गई। घटनास्थल से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर बीच गदेरे में उसका शव अटका मिला। नौगांव के दूरस्थ गांव रणकुड़ी निवासी रतन नाथ की 30 वर्षीय पत्नी नीमा देवी अपनी बकरियों को चराने के दौरान रोकते हुए नदी में बह गई।

उत्तराखंड के पांच जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

प्रदेश में सोमवार को टिहरी, देहरादून, नैनीताल, चंपावत, चमोली व बागेश्वर जिलों में भारी वर्षा के आसार हैं। मौसम निदेशक डॉ.बिक्रम सिंह ने बताया कि इन जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। रविवार को ऋषिकेश में 56.5, रुड़की में 51, लक्सर में 50.5, भगवानपुर में 46.5, हरिद्वार में 33 एमएम बारिश दर्ज की गई। 

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