तोशाखाना केस में रिमांड पूरी होने के बाद भी नहीं मिली इमरान को जमानत, पढ़ें पूरी खबर
पाकिस्तान की एक जवाबदेह अदालत ने नए तोशाखाना मामले में जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी की हिरासत 11 दिनों के लिए बढ़ा दी। इस मामले की सुनवाई की अध्यक्षता जवाबदेही अदालत के जज नासिर जावेद राणा ने की। उन्होंने तोशाखाना मामले में पूर्व पीएम और उनकी पत्नी की रिमांड खत्म होने के बाद 11 दिनों के लिए रिमांड को बढ़ाने की मंजूरी दे दी है। 71 वर्षीय इमरान खान पिछले एक साल से अदियाला जेल में बंद हैं। उनके साथ उनकी पत्नी बुशरा बीबी भी जेल में ही बंद हैं।
बढ़ाई गई रिमांड
राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने अदालत को बताया कि पिछले 10 दिनों की रिमांड में इमरान खान और उनकी पत्नी ने केवल दो बार ही जांच दल के साथ सहयोग किया था। भ्रष्टाचार विरोधी निगरानी संस्था ने जांच पूरी करने के लिए 14 दिन की अतिरिक्त रिमांड देने का अनुरोध किया था। दलीलें सुनने के बाद अदालत ने 11 दिन तक रिमांड बढ़ा दी है और सुनवाई 19 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दी। बता दें कि तोशाखाना मामले में इमरान खान और उनकी बीबी ने पहले ही 24 दिन की रिमांड पूरी कर चुके हैं।
एनएबी ने पूर्व पीएम और उनकी पत्नी पर तोशाखाना से गहने खरीदने और नियमों का उल्लंघन करते हुए उसे बेचने का आरोप लगाया है। तोशाखाना एक भंडार है, जहां विदेशी नेताओं द्वारा सरकारी नेताओं को दिए गए उपहार रखे जाते हैं। गुरुवार को सुनवाई के बाद इमरान खान ने पत्रकारों से बात की।
सरकार पर साधा निशाना
पत्रकारों से बात करते हुए पाकिस्तान के पूर्व पीएम ने दावा किया कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) के नेतृत्व वाली सरकार दो महीनों में गिर जाएगी। उन्होंने कहा, “ये मूर्ख समझ नहीं रहे कि इस सरकार के पास केवल दो महीने ही है। ये सरकार दो महीनों में गिर जाएगी। मेरे पास बहुत समय है, लेकिन उनके पास समय कम है।” उन्होंने आगे कहा कि भले ही सरकार उन्हें सलाखों के पीछे रखे, लेकिन वह सत्ता के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे। इमरान ने कहा, “मैं अपने खिलाफ सभी मामले लड़ रहा हूं और आगे भी लड़ता रहूंगा।” बता दें कि इमरान खान पर 200 से अधिक मामले हैं, उनमें से कुछ में उन्हें दोषी ठहराया गया है। हालांकि, उन्हें जमानत मिल गई थी, लेकिन उन्हें रिहा नहीं किया गया था।