उत्तराखंड: बारिश से गंगा का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की चेतावनी, खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंगा
मॉनसून सीजन में लगातार हो रही बारिश के बाद नदियां और नाले उफान पर हैं। बारिश की वजह से गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद निचले शहरों में बाढ़ के खतरे की आशंका भी बनी हुई है।
गंगा का जलस्तर बढ़ने से यूपी के कई निचले शहरों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है। पुलिस-प्रशासन की ओर से मुनादी कर लोगों को नदियों के पास नहीं जाने की सलाह दी जा रही है। इसके अलावा, तटीय इलाकों के पास रहने वाले लोगों से अपील की जा रही है कि वह सतर्क रहें।
बारिश के बाद ऋषिकेश में गंगा उफान पर है। गंगा का जलस्तर चेतावनी निशान को पार कर गया है। जलस्तर बढ़ने पर प्रशासन घाटों पर स्नान कर रहे लोगों को हटा रही है, और तटीय इलाकों पर बसे लोगों को सतर्क किया जा रहा है।
हरिद्वार में खतरे के निशान से ऊपर गंगा का जलस्तर पहुंच गया है। गंगा नदी 293.25 मीटर पर बह रही हे। गुरुवार सुबह 9 बजे ऋषिकेश पशु लोक बैराज से गंगा में अतिरिक्त जल छोड़ा गया था। गंगा का जलस्तर बढ़ने के बाद सभी बाढ़ चौकियों अलर्ट रहने के सख्त निर्देश दिए गए हैं।
सहायक नदियों का भी बढ़ा जलस्तर
पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश के कारण गंगा के अलावा उसकी सहायक नदियों का जलस्तर गुरुवार सुबह से तेजी के साथ बढ़ना शुरू हो गया है। सुबह 9.30 बजे गंगा में पानी का बहाव 89000 क्यूसेक (घन सेंटीमीटर प्रति सेकेंड) था।
जबकि 12 बजे तक यह 2 गुने से भी अधिक बढ़कर 21400 क्यूसेक हो चुका है। फिलहाल गंगा का जलस्तर चेतावनी के निशान 293.00 मीटर और खतरे के निशान 294.00 मीटर के ठीक बीच में 293.45 मीटर पर है। इसके साथ ही गंगा सोलानी नदी में भी पानी का स्टार काफी तेजी से बड़ा है।
जिस हिसाब से जलस्तर बढ़ रहा है उसे देखते हुए प्रशासन के हाथ पांव फूलने लगे हैं। आपदा राहत एवं बचाव यूनिट और एसडीआरएफ अलर्ट मोड पर आ गई है। सिंचाई विभाग भी गंगा और सोलानी नदी पर बने तटबंधों की बारीकी से निगरानी कर रहा है।
बारिश में सूखी नदी उफनाई, ट्रक बहा
बारिश आफत बनकर बरस रही है। हरिद्वार के खड़खड़ी श्मशान घाट के पास सूखी नदी में बाढ़ आ गई। इस बाढ़ में नदी के बीच में खड़ा कांवड़ियों का ट्रक गंगा में बह गया। हालांकि, ट्रक खड़खड़ी श्मशान घाट के सामने जाकर फंस गया है। हादसे के वक्त ट्रक में कोई भी सवार नहीं था।
हरिद्वार में खड़खड़ी श्मशान घाट के पास सूखी नदी है। अक्सर इसमें पानी नहीं रहता है। सिर्फ बरसात में पानी आता है। सावन मेले के कारण कांवड़ियों का एक ट्रक सूखी नदी पर खड़ा था। शाम को तेज बारिश के कारण सूखी नदी उफान पर आ गई।
नदी में पानी के साथ मलबा भी बहकर आने लगा। देखते ही देखते पानी आया और नदी के रपटे के पास खड़ा ट्रक पानी में बहने लगा। यह देख लोगों ने शोर मचाया। लेकिन ट्रक का चालक या फिर अन्य कोई भी ट्रक का मालिक नहीं पहुंचे। देखते ही देखते ट्रक गंगा में बह गया। ट्रक करीब तीन सौ मीटर दूर जाकर खड़खड़ी श्मशान घाट में जाकर फंस गया है।
बारिश से राहत, जलभराव से मुसीबत
उमसभरी गर्मी से बुधवार दोपहर शहर से लेकर गांव तक लोगों को राहत मिली। उधर, बारिश से गंगा और सहायक नदी चंद्रभागा, सौंग और सुसवा का भी जलस्तर बढ़ गया है, जिससे तटीय इलाकों पर बसे लोगों को बारिश से राहत के साथ ही उनमें नदियों में बढ़ते पानी से डर भी बना रहा। राज्य मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि अगले कुछ दिनों तक बारिश की संभावना है। उन्होंने बरसात में सतर्कता बरतने की अपील भी की है।