यूपी के लखीमपुर खीरी में अंधविश्वास चलते मासूम की हुई मौत, जानिए पूरा मामला
यूपी के लखीमपुर खीरी में अंधविश्वास के चलते एक मासूम की जान चली गई। बच्ची बीमार हुई तो उसके घर वाले डॉक्टर की जगह उसे एक महिला के तांत्रिक के पास ले गए। यहां महिला तांत्रिक ने बच्ची पर शैतानों का साया बताया और फिर झाड़ फूंक शुरू कर दिया। इस दौरान महिला तांत्रिक ने बच्ची को पटकना शुरू किया। इसके बाद उसका हाथ भी जला दिया। इसके बाद मासूम की हालत और बिगड़ गई तो उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया। 15 दिन बाद बच्ची ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने मासूम बच्ची पर शैतानों की साया बताकर उसकी पिटाई कर हाथ जलाने वाली तांत्रिक महिला को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
गांव मिझरिया मजरा नैनापुर निवासी संदीप राज ने बताया कि उसकी चार वर्षीय पुत्री माही की तबीयत खराब थी। इस बीच पड़ोस के ही कुछ ग्रामीणों ने उसे झाड़ फूंक कराने की सलाह दे दी। तब वह 18 जून को मासूम बच्ची माही को पड़ोस के ही गांव अभयपुर निवासी तांत्रिक महिला के पास लेकर गया, जहां पर तांत्रिक ने बच्ची पर तीन शैतानों की साया बताकर पहले झाड़ फूंक करते हुए उसकी जमकर पिटाई की। उसके बाद गोबर के कंडों की आग में मासूम बच्ची के दोनों हाथ झोंक दिए।
बच्ची की हालत बिगड़ती देख पिता संदीप उसे जिला मुख्यालय के एक निजी अस्पताल ले गया। इसके बाद मासूम को लेकर जिला अस्पताल पहुंचा। बच्ची को लखनऊ मेडिकल कॉलेज ले जाने के लिए परामर्श दिया गया, पर वह बच्ची को लेकर घर आ गया। मासूम माही के परिवार की आर्थिक स्थिति देखकर पढुआ थाने में तैनात एसआई वीरेंद्र सिंह ने उसे लखनऊ मेडिकल कॉलेज में ले जाकर भर्ती कर दिया, लेकिन कुछ दिन चले इलाज के बाद फिर पैसे की कमी पड़ गई। संदीप अपनी मासूम पुत्री माही को लेकर घर आ गया और रविवार सुबह उसकी मौत हो गई। एसओ हरिकेश राय ने बताया कि मासूम बच्ची के पिता की तहरीर पर उक्त तांत्रिक महिला गीता वर्मा के विरुद्ध संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज है।