पटना में 3 किलो गोल्ड लूटकांड में 2 लाख का इनामी अरेस्ट, 800 ग्राम सोना और पिस्टल बरामद
पटना के डाक बंगला चौराहे पर सात मार्च को दिल्ली के व्यवसायी अंसार अली से हुए तीन किलो सोना लूटकांड में दो लाख का इनामी अपराधी राजीव पटेल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गायघाट से सोमवार देर रात गिरफ्तार आरोपित के पास से 800 ग्राम सोना, एक पिस्टल और एक गाड़ी जब्त की गई है। राजीव यूपी के बलिया जिले के कठुआ रामपुर का रहने वाला है।
लूटकांड की जांच कर रही एसआईटी ने गायघाट में छापेमारी कर उसे दबोचा। पुलिस ने राजीव से वह पिस्टल भी बरामद किया जिससे सोना व्यवसायी को गोली मारी गई थी। पुलिस के मुताबिक, राजीव बिहार-यूपी में कई हत्याकांडों व आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे चुका है। जालंधर में वह दस किलो सोना लूट में आरोपित है।
डीएसपी विधि व्यवस्था कृष्ण मुरारी प्रसाद ने बताया कि लूटपाट करने के बाद छह लुटेरे रमना रोड स्थित एक लॉज में गये थे। उसी जगह लूटे गये सोना का बंटवारा हुआ था। सूत्रों की मानें तो राजीव ने पूछताछ में लूट की बात कबूल की। उसी की निशानदेही पर पुलिस उसके भूतनाथ रोड स्थित किराये के मकान तक पहुंची। कमरे के अंदर रखे पलंग के नीचे ही लूट का सोना पुलिस को मिला। इस मामले में दो अपराधियों की गिफ्तारी बाकी है।
अपराधियों ने पांच और छह मार्च को भी दिल्ली के व्यवसाई से सोना लूटने की कोशिश की थी। लेकिन वे असफल हो गये थे। डाकबंगला चौराहा स्थित होटल के नीचे लुटेरे इकट्ठा थे। पर व्यवसाई को वे पहचान नहीं सके। इसके बाद सात मार्च की सुबह से ही अपराधी होटल के नीचे खड़ा होकर व्यवसाई की रेकी कर रहे थे। मौका हाथ लगते ही उन्होंने अंसार के बेटे को गोली मारी और सोना लूटकर फरार हो गए।
अब तक हुई जांच में पता चला है कि व्यवसाई को जानने वाला ही इस घटना का लाइनर है। वे जिन जगहों पर जेवर की सप्लाई करते थे उन्हीं में से किसी प्रतिष्ठान के कर्मी ने अपराधियों को अंसार के बारे में सूचना दी थी।
एक दशक पहले राजीव अपने गांव व आसपास में बाइक चोरी करने लगा था। इसकी सूचना पर हर कुछ दिनों पर पुलिस उसे ढूंढ़ते हुये उसके घर तक पहुंचा जाती थी। इससे परेशान राजीव के पिता ने उसे जमकर फटकार लगाई। इसके बाद वह घर से भाग निकला और सारण चला गया। यहां उसकी मुलाकात लाल मोहन नाम के अपराधी से हुई। उसके साथ राजीव ने कई वारदातों को अंजाम दिया।
इसी बीच वह जालंधर चला गया और वहां 10 किलो सोना लूट कर भाग निकला। कुछ वर्ष पूर्व उसकी मुलाकात भोजपुर के कुछ बालू माफियाओं से हुई। उनके कहने पर राजीव ने हत्या भी की। वह अवैध बालू के कारोबार से जुड़ गया था