भ्रष्ट अफसरों पर पुष्कर सिंह धामी सरकार का सख्त एक्शन, तीन साल में IAS समेत 63 भ्रष्टचारी गए जेल
भ्रष्टाचार के मामलों में तीन साल के भीतर पुष्कर सिंह धामी सरकार की ओर से सख्त कार्रवाई की गई है। अभी तक भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों में 63 लोगों को जेल भेजा जा चुका है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के शपथ लेने के बाद से अभी तक कई लोगों को विजिलेंस ट्रैप कर चुकी है।
आठ अफसर और 55 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई को लेकर पुष्कर धामी सरकार ने संदेश दिया कि कि भ्रष्टाचार करने वाला छोटा हो या बड़ा, सभी को जेल की सलाखों के पीछे भेजा जाएगा। मुख्यमंत्री के निर्देश पर टोल फ्री नम्बर-1064 और एक ऐप को भी लॉन्च किया गया।
इसके अलावा सीएम की ओर से विजिलेंस विभाग की लगातार करीब से निगरानी की गई। प्रदेश में इसी का नतीजा रहा कि भ्रष्टाचारियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू हुई। अभी तक 2024 में 16 ट्रैप की प्रक्रिया विजिलेंस की ओर से पूरी की गई।
21 भ्रष्टाचारियों को जेल भेजा गया है। इनमें दो बड़े अफसर और 19 कर्मचारी भी शामिल हैं। वर्ष 2023 में भी 18 ट्रैप में 20 को जेल भेजा गया। जबकि, 2022 में 14 ट्रैप में 15 और 2021 में छह ट्रैप में सात लोगों को जेल भेजा गया।
आईएएस से लेकर आईएफएस अधिकारी तक गए जेल
पिछले कुछ समय के भीतर उत्तराखंड में न सिर्फ निचले स्तर पर अफसर और कर्मचारी जेल जा चुके हैं। बल्कि, आईएएस से लेकर आईएफएस अफसर तक जेल भेजे जा चुके हैं। भ्रष्टाचार के आरोप में घिरे पूर्व आईएएस अफसर रामविलास यादव से लेकर आईएफएस अफसर आरबीएस रावत, किशनचंद तक जेल जा चुके हैं। इसके साथ ही कई और पीसीएस, पुलिस, इंजीनियरिंग विभाग के अफसरों को भी सलाखों के भीतर जाना पड़ा है।