भारत के खिलाफ कनाडा ने फिर उगला जहर, चुनावों में हस्तक्षेप का लगाया आरोप
भारत और कनाडा के बीच रिश्तों में आई कड़वाहट खत्म होने का नाम ही नहीं रही है। दोनों देशों में तनातनी के बीच कनाडा ने एक बार फिर से भारत के खिलाफ जहर उगला है। अपनी धरती पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की कथित संलिप्तता का बेबुनियाद आरोप लगाने के महीनों बाद कनाडा ने नए सिरे से भारत को बदनाम करने की चाल चली है।
कनाडा ने अब भारत को एक ‘विदेशी खतरा’ बताते हुए कहा है कि नई दिल्ली संभावित रूप से उनके चुनावों में हस्तक्षेप कर सकता है। ग्लोबल न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, यह आरोप कनाडाई सुरक्षा खुफिया सेवा ने अपनी खुफिया रिपोर्ट में लगाया है। भारत सरकार ने अभी तक कनाडा के इस ताज़ा आरोप पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
पिछले साल सितंबर में कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कनाडाई संसद में आरोप लगाया था कि खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की कथित संलिप्तता और भूमिका के ठोस सबूत हैं लेकिन जब भारत ने कनाडा से उन आरोपों के लिए सबूत देने की मांग की तो कनाडा दाएं-बाएं देखता रह गया। भारत ने कनाडा के सभी आरोपों को खारिज कर दिया था। इस प्रकरण के बाद से ही दोनों देशों के बीच रिश्ते खराब होते चले गए। कनाडाई सुरक्षा खुफिया का दावा जस्टिन ट्रूडो द्वारा शुरू किए गए आरोपों और प्रत्यारोपों की श्रृंखला में सबसे नया है।
ग्लोबल न्यूज के मुताबिक, अक्टूबर 2022 की खुफिया रिपोर्ट जिसका शीर्षक ‘विदेशी हस्तक्षेप और चुनाव: एक राष्ट्रीय सुरक्षा आकलन’ है, में भारत को ‘खतरा’ बताया गया है और चेतावनी दी गई है कि विदेशी हस्तक्षेप कनाडा के लोकतंत्र को कमजोर कर रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि विदेशी हस्तक्षेप पारंपरिक कूटनीति से अलग है क्योंकि इसमें सार्वजनिक कथाओं और नीति-निर्माण को प्रभावित करने के लिए गोपनीयता और धोखे का इस्तेमाल किया जाता है।
यह पहली बार है जब कनाडा ने भारत पर चुनाव में हस्तक्षेप का आरोप लगाया है, यह आरोप चीन और रूस पहले से ही झेल रहे हैं। पिछले साल फरवरी में ‘विदेशी हस्तक्षेप पर लोकतांत्रिक संस्थानों के मंत्री की ब्रीफिंग’ में चीन को “अब तक का सबसे महत्वपूर्ण खतरा” बताया गया था। रिपोर्ट में पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना का जिक्र करते हुए कहा गया है, “हम जानते हैं कि पीआरसी ने 2019 और 2021 के संघीय चुनावों को गुप्त रूप से और भ्रामक रूप से प्रभावित करने की कोशिश की थी।”