सपा मुखिया अखिलेश यादव ने 11 सीटें देने का किया ऐलान, कांग्रेस ने दी ये प्रतिक्रिया
यूपी में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन फाइनल हो गया है। शनिवार को सपा मुखिया अखिलेश यादव ने अपनी ओर से इसका ऐलान कर दिया। सपा ने कांग्रेस को 11 सीटें दी हैं। हालांकि कांग्रेस नेतृत्व भी इससे सहमत है या अभी कुछ और सीटों की डिमांड कर रहा है यह अभी तक स्पष्ट नहीं है। इस बीच कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय का एक बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने अभी बातचीत चलने की बात कही है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा, ‘अखिलेश यादव जी का ये जो ट्वीट आया है इस पर मुकुल वासनिक जी के नेतृत्व में बनी कमेटी निर्णय ले रही है। बहुत ही सकारात्मक और बहुत ही अच्छे वातावरण में बातचीत चल रही है और इसका परिणाम बहुत ही जल्द मजबूत आने वाला है।’
इसके पहले समाजवादी पार्टी यूपी में जयंत चौधरी की अगुवाई वाली राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के साथ सात सीटों पर साझेदारी का ऐलान कर चुकी है। अब सपा प्रमुख अखिलेश याइव ने कांग्रेस के साथ 11 सीटों पर बात पक्की होने का दावा किया है। एक्स पर अपने अधिकारिक अकाउंट के जरिए यह ऐलान करते हुए अखिलेश यादव ने लिखा, ‘कांग्रेस के साथ 11 मजबूत सीटों से हमारे सौहार्दपूर्ण गठबंधन की अच्छी शुरुआत हो रही है। ये सिलसिला जीत के समीकरण के साथ और भी आगे बढ़ेगा। ‘इंडिया’ की टीम और ‘पीडीए’ की रणनीति इतिहास बदल देगी।’ हालांकि पिछले काफी समय से यूपी की राजनीतिक गलियारों में अटकलें लग रही थीं कि कांग्रेस प्रदेश की 80 में से 23 सीटों पर दावेदारी कर रही है।
यूपी में इंडिया गठबंधन के दो प्रमुख घटकों समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीटों की साझेदारी को लेकर पिछले काफी समय से खींचतान चल रही है। पिछले चुनाव यानी 2019 के लोकसभा चुनाव में दोनों पार्टियों के बीच कोई औपचारिक गठबंधन नहीं था लेकिन अमेठी में राहुल गांधी और रायबरेली सीट पर सोनिया गांधी के सामने समाजवादी पार्टी ने अपने उम्मीदवार नहीं उतारे थे। 2019 के चुनाव में कांग्रेस यूपी की 80 में से 67 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे। उस चुनाव में पार्टी सिर्फ सोनिया गांधी वाली रायबरेली सीट ही जीत पाई थी। अमेठी में राहुल गांधी तक अपनी सीट हार गए थे। कांग्रेस को कुल 6.4 प्रतिशत वोट मिले थे।
2019 के चुनाव में समाजवादी पार्टी, बसपा और रालोद के बीच गठबंधन हुआ था। तब समाजवादी पार्टी ने 37, बसपा ने 38 और रालोद ने तीन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। गठबंधन ने रायबरेली और अमेठी में कोई उम्मीदवार नहीं उतारा था। उस में समाजवादी पार्टी के हिस्से 18.1 प्रतिशत वोटों के साथ सिर्फ 5 सीटें आई थीं। सपा 31 सीटों पर दूसरे और एक पर तीसरे स्थान पर थी।