भाजपा पार्षदों ने जमकर किया हंगामा, चार नेताओं को 15 दिनों के लिए किया गया निष्कासित

दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में आज सदन की कार्यवाही शुरू हुई। कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी के पार्षद जमकर हंगामा करने लगे। बीजेपी पार्षद नकली दवाईयों से लेकर स्ट्रीट लाइट और कर्मचारियों को वेतन न मिलने पर भाजपा ने जवाब मांगा।
हंगामे के बीच महापौर शैली ओबेरॉय ने नेता विपक्ष राजा इकबाल सिंह, भाजपा पार्षद योगेश वर्मा, रवि नेगी और इंद्रजीत सहरावत को अगली बैठक तक के लिए निष्कासित कर दिया। वहीं, हंगामे के बीच मेयर ने सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किया।
मेयर शैली ओबेरॉय ने बताई निष्कासन की वजह
मेयर शैली ओबेरॉय ने बाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने बताया कि बीजेपी पार्षद राजा इकबाल सदन की कार्यवाही के दौरान लगातार हंगामा करते हैं। अपनी पार्टी के सदस्यों से हंगामा करने का आग्रह करते हैं। वे अपना निजी माइक्रोफोन लाते हैं। मेज पर खड़े होते हैं और अशांति पैदा करते हैं। वे नागरिकों के मुद्दों पर चर्चा करने में उदासीन दिखते हैं। इसलिए राजा इकबाल, योगेन्द्र वर्मा, गजेन्द्र सिंह और रवि नेगी को 15 दिन के लिए सदन से बाहर निकाला गया।
मेयर शेली ओबेरॉय ने कहा, ‘भाजपा का एक ही मकसद है कि सदन को नहीं चलने देना है। हर बार हंगामा करना, टेबल पर खड़े हो जाना। साफ-साफ दर्शाता है कि वे (भाजपा) चाहते ही नहीं है कि हम दिल्ली की जनता के हित की बातें करें। दिल्ली सरकार के मुद्दों को नगर-निगम सदन में उठाना जायज नहीं है। नगर-निगम के सदन में नगर-निगम के हित की चर्चा होनी चाहिए।’
एमसीडी सदन में भाजपा का विरोध प्रदर्शन
नेता विपक्ष राजा इक़बाल सिंह ने कहा कि आज किस लिए सदन बुलाया गया है, हमें नहीं बताया गया। सुविधाओं की मांग को लेकर कर्मचारी हाउस के बाहर बैठे हैं। दिल्ली सरकार के अस्पतालों में नकली दवाइयां दी जा रही हैं। हम मांग करते हैं कि सौरभ भारद्वाज को गिरफ्तार किया जाए। वहां भाजपा पार्षदों ने नारे लगाए- ‘महापौर जवाब दो, रभ भारद्वाज को गिरफ्तार करो। भाजपा के विरोध में AAP पार्षदों ने भी नारेबाजी की। इस कारण सदन में भारी हंगामा हुआ।