सर्दियों में बढ़ जाती है ब्लड प्रेशर की समस्या, तो रोजाना करें ये तीन योगासन
सर्दियों के मौसम में कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ जाती हैं। इस मौसम में खानपान में बदलाव और फिजिकल एक्टिविटी में कमी और दिल पर ज्यादा दबाव पड़ने के कारण ब्लड प्रेशर हाई की दिक्कत भी हो सकती है।
हाई बीपी की समस्या से जूझ रहे लोगों को ठंड के मौसम में एक्स्ट्रा केयर की जरूरत होती है। कई लोगों को सर्दियों में ठंडक बढ़ने के साथ अपनी दवा की डोज भी बढ़ानी पड़ जाती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि अगर आपका रोजाना बीपी हाई रहेगा तो इसका बुरा असर किडनी और शरीर के बाकी अंगों पर पड़ सकता है। इस लेख में हम योग शिक्षक रजनीश शर्मा से जानेंगे हाई बीपी के लिए कौन सा आसन सबसे अच्छा है?
हाई बीपी के लिए कौन सा योगा है?
वीरासन – Virasana
वीरासन योग का एक ऐसा आसन है, जिसे रोजाना करने से शरीर को अनेक फायदे मिलते हैं। ध्यान रखें कि किसी भी योग आसन का लाभ तब अधिक मिलता है जब आप अपने मन को केंद्रित करते हैं। इस आसन को करने से हाई बीपी की समस्या कम हो सकती है, इसके साथ ही जांघों और घुटनों की भी होती है। रोजाना वीरासन करने से पाचन में सुधार हो सकता है और कब्ज जैसी समस्याएं भी कम हो सकती हैं। रोजाना सुबह के समय इस आसन को करें, जिससे की आपका दिन अच्छा बीते।
अधोमुख श्वानासन – Adho mukha Svanasana
सर्दी के मौसम में रोजाना अधोमुख श्वानासन का अभ्यास करने से न सिर्फ आपकी की समस्या कम हो सकती है बल्कि इस आसन से आपका पाचन भी बेहतर हो सकता है। अधोमुख श्वानासन के अभ्यास से शरीर में ब्लड फ्लो बेहतर होता है, जिसका अच्छा असर आपकी स्किन और बालों पर भी नजर आ सकता है।
जो लोग तनाव या डिप्रेशन से जूझ रहे हैं उनके लिए भी अधोमुख श्वानासन फायदेमंद साबित होगा। श्वानासन आपके स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है। योग को अपने दिनचर्या में शामिल करने से आप न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को भी सुधार सकते हैं।
विपरीतकरणी आसन – Vipritkarni aasan
वितरीतकरणी आसन के अभ्यास से आप सर्दी के मौसम में हाई बीपी के समस्या से बच सकते हैं। रोजाना इस आसन को करने से शरीर में ब्लड फ्लो बेहतर होगा और आपका मन शांत रहेगा। शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होने का असर आपकी स्किन और बालों पर भी दिखाई देगा। इस आसन को करने से शरीर में ऊर्जा रहती है और दिल संबंधित समस्याएं कम होती हैं। विपरीतकरणी आसन को करने से पाचन क्रिया बेहतर ढंग से काम करती है और पेट की समस्याएं भी कम हो सकती हैं। विपरीतकरणी आसन से आप न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी बनाए रख सकते हैं।