केंद्र सरकार का जिहादी आतंकवादी समूह के खिलाफ सख्त एक्शन, NIA ने दक्षिण भारत में 19 स्थानों पर की छापेमारी

केंद्र सरकार कट्टरपंथी जिहादी आतंकवादी समूह के खिलाफ एक्शन में है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कट्टरपंथी जिहादी आतंकवादी समूह का भंडाफोड़ किया है। एनआईए दक्षिण भारत में कई स्थानों पर छापेमारी कर रही है। फिलहाल दक्षिण भारत में 19 स्थानों पर छापेमारी चल रही है। आज सुबह से ही छापेमारी चल रही है। आतंकवाद रोधी एजेंसी राज्य पुलिस बलों के साथ निकट समन्वय में ये छापेमारी कर रही है।
घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों ने कुछ परिचालन कारणों से सटीक स्थान और जिहादी समूह के बारे में जानकारी साझा नहीं की। एनआईए द्वारा जिन 19 स्थानों की तलाशी ली जा रही है, उनमें से अधिकांश जिहादी समूह से जुड़े संदिग्धों से जुड़े हैं। घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों ने कुछ कारणों से सटीक स्थान और जिहादी समूह के बारे में जानकारी साझा नहीं की।
सूत्रों ने मिले इनपुट के अनुसार कहा कि आतंकवादी समूह भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त है और उसने हमलों की योजना बनाना, युवाओं की भर्ती करना सीख लिया है।
लश्कर-ए-तैयबा के कई स्थानों पर छापेमारी
लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के आतंकवादी द्वारा कैदियों को कट्टरपंथी बनाने की जांच के तहत, एनआईए ने बेंगलुरु, कर्नाटक में कई स्थानों पर छापेमारी की। मामले (आरसी-28/2023/एनआईए/डीएलआई) में चल रही जांच के हिस्से के रूप में 13 दिसंबर को एनआईए द्वारा छह स्थानों की बड़े पैमाने पर तलाशी ली गई है। जिसमें चार आरोपियों के घर भी शामिल थे, जिनमें से एक लापता है।
छापेमारी के दौरान जब्त हुईं कई चीजें
दो अन्य संदिग्धों की संपत्तियों की भी तलाशी ली गई। छापेमारी में, एनआईए की टीमों ने मोहम्मद उमर, मोहम्मद फैसल रब्बानी, तनवीर अहमद, मोहम्मद फारूक और भगोड़े जुनैद अहमद के आवासों पर की गई छापेमारी के दौरान कई डिजिटल डिवाइस, विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज और 7.3 लाख रुपये की नकदी जब्त की।