डाटा सेंटर का हब बन रहा है उत्तर प्रदेश: सीएम योगी

  • आईआईआईटी के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
  • सीएम बोले – पिछले साढ़े नौ वर्षों में भारत ने अपनी युवा ऊर्जा के लिए संभावनाओं के द्वारा खोले हैं
  • सीएम योगी ने कहा – आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके डिजिटल हॉस्पिटल की दिशा में बढ़ा सकते हैं कदम
  • सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग में अपना करियर बना सकते हैं युवा: मुख्यमंत्री योगी

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश डाटा सेंटर का हब बन रहा है। उन्होंने कहा कि फरवरी 2023 में आयोजित हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से प्रदेश को 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इसमें कई प्रस्ताव सेमीकंडक्टर बनाने की इकाई और इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग के विकास से संबंधित हैं। हमारे युवा इस क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं। सीएम योगी ने कहा कि पिछले साढ़े नौ वर्षों में भारत ने अपनी युवा ऊर्जा के लिए संभावनाओं के द्वारा खोले हैं। इसी का नतीजा है कि हर क्षेत्र में देश की तस्वीर बदली है।

सीएम योगी मंगलवार को भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी) के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए। इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रहीं। समारोह को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि भारत आज दुनिया के अंदर एक बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरता हुआ दिखाई दे रहा है। सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2027 तक भारत की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर की बनाने का संकल्प देशवासियों के सामने रखा है। उत्तर प्रदेश भी उस लक्ष्य के साथ 1 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनने की दिशा में अग्रसर है। सीएम योगी ने कहा कि आज तकनीक के माध्यम से भ्रष्टाचार पर प्रहार किया जा रहा है।

सीएम योगी ने कहा कि तकनीक और डिजिटाइजेशन से ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और ईज ऑफ लिविंग के लक्ष्य को प्राप्त करने में बहुत आसानी हुई है। उन्होंने कहा कि धर्म का मतलब केवल उपासना विधि से नहीं है। भारतीय मनीषा ने अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने और नैतिक मूल्यों के प्रति जागरुक रहने को धर्म माना है। तैत्तिरीय उपनिषद में इस बात का उल्लेख है,‘सत्यं वद धर्मं चर’ यानी सत्य बोलो, धर्म का आचरण करो। सीएम योगी ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके डिजिटल हॉस्पिटल की दिशा में हम कदम बढ़ा सकते हैं। इससे ग्रामीण और रिमोट एरिया में रहने वाले लोगों के जीवन में परिवर्तन ला सकते हैं।

315 छात्र-छात्राओं को डिग्रियां प्रदान की गईं

समारोह में 315 छात्र-छात्राओं को डिग्रियां प्रदान की गईं। बीटेक इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी पाठ्यक्रम के 2018 सत्र के 65 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की गईं। साथ ही वर्ष 2019 बैच के बीटेक इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और कंप्यूटर साइंस पाठ्यक्रम के कुल 147 स्टूडेंट्स को डिग्री दी गई। इसके अलावा 2020 बैच के कंप्यूटर साइंस पाठ्यक्रम के 23 स्टूडेंट्स को डिग्री प्रदान की गई। साथ ही एमटेक कंप्यूटर साइंस 2021 बैच के 27, एमबीए डिजिटल बिजनेस 2020 बैच के 22 और 2021 बैच के 20 स्टूडेंट्स को डिग्री दी गई। वहीं पीजी डिप्लोमा इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग में वर्ष 2020 और 2021 के दो स्टूडेंट्स को डिग्री प्रदान की गई। पीजी डिप्लोमा इन डाटा साइंस के सत्र 2020 व 2021 के तीन स्टूडेंट्स और पीजी डिप्लोमा इन बिजनेस स्टडी के सत्र 2020 और 2021 के छह स्टूडेंट्स को डिग्री दी गई।

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