न्यूजक्लिक मामले पर फिल्मेकर का बड़ा दावा, किसान आंदोलन और CAA पर पुलिस कर रही थी सवाल

न्यूज पोर्टल न्यूजक्लिक से जुड़े लोगों के घरों पर छापे और इसके फाउंडर की गिरफ्तारी बाद एक लेखक और फिल्ममेकर ने बड़ा दावा किया है। सोहेल हाशमा का कहना है कि दिल्ली पुलिस ने उनके भी घर पर छापा मारा था। द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक हाशमी ने कहा कि उनके घर पर दिल्ली पुलिस के 6 सदस्यों की एक टीम पहुंची थी। इसके बाद उन्होंने दो घंटे तक उनसे पूछताछ की। उन्होंने कहा, पुलिस मेरे घर पर मंगलवार की सुबह सवा 6 बजे के आसपास पहुंची। उन्होंने कहा कि उनके पास सर्च वॉरंट है। बहुत कहने के बाद उन्होंने वॉरंट दिखाया। इसके बाद पता चला कि यह मामला न्यूजक्लिक से जुड़ा हुआ है। 

उन्होंने कहा, पुलिस ने कई मामलों में हमसे पूछताछ की। उन्होंने यह भी पूछा कि क्या किसान आंदलोन के समय और सीएए विरोधी आंदोलन के समय वह रिपोर्टिंग कर रहे थे। दिल्ली पुलिस ने पूछ कि क्या उन्होंने दिल्ली में हुए दंगे के दौरान रिपोर्टिंग की थी। फिल्ममेकर ने कहा, मैंने उन्हें बताया कि मैं रिपोर्टर नहीं हूं। मैंने पत्रकारिता के लिहाज से कोई भी इवेंट कवर नहीं  किया। इसके बाद उन्होंने मेरे परिवार और काम के बारे में पूछा। साथ ही न्यूजक्लिक से जुड़े होने को लेकर सवाल किए। 

हाशमी ने कहा, मैंने बताया कि मैं न्यूजक्लिक के कई लोगों को जानता हूं। न्यूजक्लिक के फाउंडर प्रबीर पुरकायस्थ को भी जानता हूं। हम दोनों 40-50 साल पहले जेएनयू में साथ ही पढ़े हैं। लेकिन सिंघम के बारे में कोई जानकारी नहीं है। इसके बाद पुलिस ने पूछा कि क्या उन्हें न्यूजक्लिक से कोई पैसा मिलता है या मिला है। इसके बाद हाशमी ने कहा कि वह कुछ डिस्कशन में शामिल जरूर हुए लेकिन इसके अलावा कोई संबंध नहीं है. इंटरव्यू के लिए उन्हें कोई पैसा नहीं मिला था। 

बता दें कि न्यूजक्लिक के दफ्तर को सील कर दिया गया है। इसके अलावा पत्रकार उर्मिलेश, सत्यम तिवारी, अभिसार शर्मा और अन्य कई पत्रकारों के लैपटॉप और मोबाइल जब्त किए गए हैं। फाउंडर पुरकायस्थ और एचआर हेड को कोर्ट ने सात दिनों की रिमांड पर भेजा है। न्यूजक्लिक पर चीनी फंडिंग लेने का आरोप है। पुलिस का दावा है कि चीन से जुड़े संस्थानों से उसे 38 करोड़ रुपये मिले। 

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