लखनऊ में सलीम गैंग के गुर्गों ने युवती को उतारा था मौत के घाट, इस तरह हुआ खुलासा…
लखनऊ के गुड़म्बा थाना क्षेत्र में इंटीग्रल यूनिवर्सिटी के पास से चार सितम्बर को एक युवती को अगवा कर लिया गया, फिर कार में ही चाकू से गोद डाला था। एक दर्जन से ज्यादा वार करने के बाद उसका गला भी रेत दिया था। हत्या के बाद बहराइच में घाघरा नदी में उसके शव को फेंक दिया। परिवारीजन युवती की गुमशुदगी गुड़म्बा थाने में दर्ज कराकर 17 दिन से उसे ढूंढ़ते रहे। एसटीएफ ने गुड़म्बा में सराफ के साथ लूट करने आये सीरियल किलर सलीम गिरोह के दो बदमाशों को गिरफ्तार किया तो इस हत्याकाण्ड का भी खुलासा हुआ।
दो लाख सुपारी दी थी हत्या के लिये
आरोपित अरशद ने कुबूला कि उसके शादी शुदा भाई से युवती की दोस्ती थी। वह शादी करने जा रहे थे। इस पर उसने दोस्त सलमान उर्फ आफताब को दो लाख रुपये सुपारी देकर युवती की हत्या के लिये राजी किया था। एसटीएफ के डिप्टी एसपी डीके शाही के मुताबिक सलमान मदेयगंज और अरशद खदरा के हैं। इन्होंने कुबूला कि उन लोगों ने बाराबंकी निवासी मानसी की चार सितम्बर को हत्या कर दी थी। बालकराम यादव की बेटी मानसी इंटीग्रल यूनिवर्सिटी के पास किराये पर रहती थी। वह चार सितम्बर को अचानक लापता हो गई तो घर वालों ने समझा कि वह कहीं चली गई है।
जानकारी के अनुसार ऑनलाइन गेम खेलते हुए बाराबंकी के देवा निवासी 22 वर्षीय मानसी यादव की खदरा मदेयगंज के जुनैद से दोस्ती हुई थी। दोनों के बीच प्यार हुआ और उन्होंने शादी का फैसला किया। हालांकि जुनैद शादीशुदा था इसलिए उसके भाई को ये बात पसंद नहीं आई। उसने सुपारी देकर भाई की गर्लफ्रेंड को मरवा दिया। एसटीएफ ने बृहस्पतिवार को स्कॉर्पियो क्लब के पास से दोनों को लूट के मामले में हिरासत में लिया तो वारदात का खुलासा हुआ।