उत्तराखंड: जोशीमठ में अब बना हुआ भू-धंसाव का खतरा, इतने परिवार हुए प्रभावित
गोपेश्वर, आपदा प्रभावित जोशीमठ नगर में भूस्खलन व भू-धंसाव का दायरा थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब नगर के तलहटी में मारवाड़ी हेलंग बाईपास में सेलंग के नीचे पांच सौ मीटर भूस्खलन हुआ है। हालांकि इससे अभी सेलंग गांव को खतरा नहीं है। जोशीमठ के सुनील में भू-धंसाव से भवनों को खतरा बना हुआ है। जिससे 16 परिवार प्रभावित हुए हैं। जिस पर पांच प्रभावित परिवारों को प्रशासन ने राहत कैंप में रहने के निर्देश दिए हैं।
आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदकिशोर जोशी ने कहा कि प्रभावितों को सुरक्षित राहत कैंपों में जाने को कहा गया है। जोशीमठ मनोहर बाग वार्ड व सुनील गांव को जाने वाला वैकल्पिक मार्ग पर भी दरारें आई हैं। साथ ही सिंहधार वार्ड में भी खेतों व रास्तों पर नई दरारें आई है हालांकि यहां पर पहले से आई दरारें चौड़ी होने की शिकायत स्थानीय नागरिकों ने तहसील प्रशासन से की है।
बड़े वाहनों की आवाजाही का रूट बदला
जोशीमठ नृसिंह मंदिर मोटर मार्ग पर भी जगह जगह भू-धंसाव व दरारें पड़ने से पहले ही बड़े वाहनों की आवाजाही मुख्य बाजार से कराई जा रही थी। अब छोटे वाहनों के लिए भी बंद कर दिया गया है। नृसिंह मंदिर दर्शनों के लिए वाहन बदरीनाथ हाईवे पेट्रोल पंप से नृसिंह मंदिर तक आ रहे हैं।
तहसील प्रशासन ने किया भू-धंसाव का निरीक्षण
तहसील प्रशासन की टीम ने सुनील वार्ड के नेगी मोहल्ला व पंवार मोहल्ला में हो रहे भू-धंसाव का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने खतरे को देखते हुए पांच परिवारों को राहत शिविर में जाने के निर्देश दिए हैं। अन्य परिवारों को भी मानसून के दौरान खतरे की स्थिति को देखते हुए सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा है।