इंजीनियर के घर छापेमारी में डेढ़ करोड़ कैश बरामद, किचन में छुपाए थे हीरे-सोने के गहने
निगरानी की विशेष टीम ने गलत तरीके से अकूत संपत्ति अर्जित करने वाले अभियंता श्रीकांत शर्मा के घर बुधवार को छापेमारी की। इस दौरान जोगसर थाना क्षेत्र के हनुमान नगर स्थित उनकी कोठी से डेढ़ करोड़ नकद, लाखों मूल्य के सोने और हीरे के जेवरात सहित करोड़ों रुपये मूल्य के जमीन के दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
बता दें कि शर्मा की तैनाती बिहार सरकार के पथ निर्माण समेत अन्य मालदार विभागों में रही है। बुधवार को टीम छापेमारी के लिए करीब 11 बजे पहुंची। छह अधिकारी धड़धड़ाते घर में घुसे और ड्राइंग रूम, किचन और बैडरूम को कवर कर तलाशी शुरू की।
जानकारी के अनुसार, टीम को किचन से जेवरात मिले हैं, जबकि बेडरूम से नकद और ड्राइंग रूम से बेशकीमती भूखंडों के दस्तावेज बरामद हुए हैं। घर के अंदर मौजूद लोगों को एक कमरे में बैठा कर टीम के अधिकारी पूछताछ भी कर रहे हैं।
कई फ्लैट के दस्तावेज भी बरामद
बताया जा रहा खुद श्रीकांत शर्मा भी घर पर मौजूद हैं। हालांकि, छापेमारी टीम कुछ बताने से इनकार कर रही है। विधि-व्यवस्था के लिए पर्याप्त पुलिस बलों को बुला लिया गया है। जमीन की खरीद-बिक्री से जुड़े तीन-चार एग्रीमेंट पेपर भी मिले हैं, जिनमें भागलपुर, देवघर और मुंगेर के प्रॉपर्टी डीलरों के शामिल होने की बात सामने आ रही है। छापेमारी टीम को कई फ्लैट के भी दस्तावेज मिले हैं, जिनमें इंजीनियर ने लाखों का निवेश कर रखा है।
बिहार के बड़े नेता के करीबी हैं श्रीकांत
अभियंता श्रीकांत सूबे की सत्ता में दखल रखने वाले एक बड़े नेता के करीबी माने जाते हैं। इनके यहां विभिन्न महकमे में ट्रांसफर-पोस्टिंग की पैरवी के लिए लंबी लाइन लगी रहती थी। ऊंची बोली वालों को वरीयता देकर झटके में काम कर देने में माहिर श्रीकांत के घर छापेमारी ने बड़े-बड़े राजनीतिक टीकाकारों को भी हिला दिया है।
राजनीतिक तौर पर इस छापेमारी के कई मायने निकाले जाने लगे हैं। सत्ता के बनते-बिगड़ते समीकरण को लेकर भी छापेमारी की कार्रवाई को देखा जा रहा है। विक्रमशिला पुल के समानांतर पुल बनाने का काम भी श्रीकांत की देखरेख में कराए जाने की बात कही जा रही है।