भारी बारिश से बाढ़ का खतरा, अचानक गिरा नदी का पुल

उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। मूसलाधार बारिश की  वजह से कोटद्वार में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। कोटद्वार भाबर को जोड़ने वाला मालन नदी का पुल भरभराकर नदी में समा गया। जिससे दो दर्जन से अधिक गांवों का संपर्क कोटद्वार शहर से कट गया है। कोटद्वार समेत पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार हो रही मूसलाधार वर्षा के कारण कोटद्वार में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है।

इस बीच आज प्रात करीब 9:00 बजे कोटद्वार भाबर को जोड़ने वाला मालन नदी का पुल भरभराकर नदी में समा गया जिससे दो दर्जन से अधिक गांवों का संपर्क कोटद्वार शहर से कट गया है। पुल  को देखने के लिए भारी भीड़ जमा हो गई है  मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ और दिन भारी वर्षा की संभावना है।

आज सुबह जब कुछ लोग कुछ लोग सुबह पुल के ऊपर टहल रहे थे इसी दौरान तेज बहाव आने से पुल का बीच का हिस्सा भरभरा कर नदी में समा गया जिसमें 3 लोग बाल-बाल बहते हुए बचे बताते चलें कि पुल को 2010 में लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाया गया था। इसकी गुणवत्ता को लेकर उस समय भी सवाल खड़े हुए थे लेकिन शासन प्रशासन द्वारा इसकी गुणवत्ता पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।

इससे पूर्व बीते वर्ष भी सूखरो नदी पर बना पुल का पिलर भी छतिग्रस्त हो गया था जिससे वहां पर आवाजाही में ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। यह बताना भी जरूरी है कि मालन पार 2 दर्जन से अधिक गांव है तथा जहां पर सैकड़ों परिवार निवास करते हैं और तमाम लोग रोजगार के लिए कोटद्वार  शहर में आते हैं।

पुल ध्वस्त होने से कोटद्वार भाबर का संपर्क पूर्ण रूप से कट गया है यहां पर ये बताना भी जरूरी है कि मालन पार किशनपुरी में तमाम फैक्ट्रियां और ग्रोथ सेंटर सिग्गड्डी में कई कंपनियां है जिनमे हजारों युवक एव युवतियां कार्य करते हैं तथा इस समय सभी वहा पर फसे हुए हैं अगर जल्द ही शासन प्रशासन द्वारा कोई व्यवस्था नहीं बनाई गई।

तो इस छेत्र में रहने वाले लोगों के सम्मुख रोजी रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा फिलाल स्थिति का जायजा लेने के लिए पुलिस ओर प्रशासन के अधिकारी मौके में पहुंच गए हैं

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