सद्गुरू कॉन्क्लेव- कार्यशाला मे देश-विदेश के 400 से अधिक नेत्र चिकित्सक हुए सम्मिलित
- पांच भारतीय चिकित्सकों को मानव सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए ‘सदगुरु ह्यूमैनिटेरियन अवार्ड ’ से किया गया सम्मानित
चित्रकूट, संत रणछोड़दास जी महाराज जी द्वारा स्थापित अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिलब्ध संस्थान सदगुरु नेत्र चिकिसालय चित्रकूट में तीन दिवसीय नेत्र चिकित्सकीय कार्यशाला सदगुरु कॉन्क्लेव-2023 फ्यूजन का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय 400 से अधिक नेत्र चिकित्सकों ने प्रतिभागिता की | इस कार्यशाला का विषय मोतियाबिंद, कोर्निया एवं ग्लूकोमा पर आधारित था, जिसमें आये नेत्र चिकित्सा के क्षेत्र से जुड़े विभिन्न विशेषज्ञों ने अपने अनुभव, नवीन शोध एवं नवाचार पर चर्चा की , जिसका मूल उद्देश्य नेत्र रोगियों को गुणवत्तायुक्त चिकित्सा उपलब्ध कर भारत में अंधत्व निवारण को गति प्रदान करना है
कार्यक्रम के उदघाटन में अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन एवं गुरु पूजन किया गया, समारोह में मुख्य अतिथि (पद्मश्री) डॉ. जगत राम, विशिष्ट अतिथि डॉ. मधु भदौरिया, डॉ. हर्ष भट्टाचार्या, डॉ. वीरेंद्र सांगवान एवं डॉ. प्रतीप व्यास इन पांच चिकित्सकों को सदगुरु ट्रस्ट की ओर से मानव सेवा के उत्कृष्ट कार्यों के लिए सदगुरु ह्यूमैनिटेरियन अवार्ड से ट्रस्टी डॉ बी.के. जैन ने पुरुस्कृत किया | इसी के साथ पधारे हुए अन्य 25 विख्यात चिकित्सकों को सदगुरु मैडल अवार्ड एवं 21 चिकित्सकों को सदगुरु फैकल्टी अवार्ड से सम्मानित किया गया |
कार्यक्रम में डॉ.रणजीत मनियार, डॉ.पी.सी. द्विवेदी सहित डॉ. इलेश जैन, डॉ. आलोक सेन, डॉ. राकेश शाक्या, डॉ. नरेंद्र पाटीदार, डॉ. गौतम सिंह परमार, डॉ. राजेश जोशी तथा सदगुरु नेत्र चिकित्सालय के समस्त चिकित्सक तथा पधारे हुए सभी अतिथि डेलीगेट उपस्थित रहे | अंतर्राष्ट्रीय फैकल्टी के रूप में थाईलैंड से डॉ. नुट्टामन श्रीसमरन तथा ईजिप्ट से डॉ.मोहम्मद महाडी ने चित्रकूट में आयोजित नेत्र चिकित्सा के इस महाकुम्भ में कहा कि, नेत्र चिकित्सा के क्षेत्र में सदगुरु नेत्र चिकित्सालय द्वारा की जा रही सेवाएं प्रेरणादायक हैं और हम यहाँ से बहुत कुछ सीख कर जा रहे हैं | इस कार्यशाला के दौरान सदगुरु ट्रस्ट में चार दशक से अधिक निष्ठापूर्ण सेवा देने वाले दो कार्यकर्ता चंद्रपाल पाल एवं गोरेलाल यादव को सम्मानित किया गया |
निदेशक डॉ.बी.के.जैन ने कहा कि, कॉन्क्लेव में मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों में पदस्थ शासकीय नेत्र सर्जन, मेडिकल कालेज के पीजी छात्र तथा भारतीय नेत्र चिकित्सा के विख्यात चिकित्सकों की सहभागिता से हमें सभी को अपने-अपने अनुभव और ज्ञान का आदान प्रदान करने का अवसर प्राप्त हुआ | सभी की उपस्थिति से नेत्र चिकित्सा के क्षेत्र में यह मील का पत्थर साबित होगी, हम सभी एक दूसरे के अनुभवों से लाभान्वित हुए है | मुझे प्रसन्नता है कि, आज भारत भर के नामचीन चिकित्सक यहाँ पधारे एवं इस कार्यशाला को सफल बनाया, |