सिंगापुर में इमारत गिरने से भारतीय कर्मचारी की मौत, आठ घंटे बाद निकाला गया शव
सिंगापुर, सिंगापुर के सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट में एक इमारत का ढांचा गिरने के लगभग आठ घंटे बाद एक 20 वर्षीय भारतीय नागरिक का शव बरामद किया गया है। यह भारतीय कर्मचारी गुरुवार को तंजोंग पगार में फूजी जेरोक्स टावर्स इमारत के ढहने के बाद मलबे के नीचे दब गया था।
मलबे के नीचे दबा था भारतीय कर्मचारी
बचावकर्मियों को कई घंटों की खोज और बचाव अभियान के बाद गुरुवार देर रात मजदूर का शव मिला, जिसकी अब तक पहचान नहीं हो पाई है। जानकारी के मुताबिक, उनका शरीर 2 मीटर मलबे के नीचे दब गया था। बचावकर्मियों को मलबे को काटना, तोड़ना और खोदना पड़ा, लेकिन कंक्रीट स्लैब का वजन कम से कम 50 टन होने का अनुमान है।
रेस्क्यू के बाद मृत घोषित
सिंगापुर सिविल डिफेंस फोर्स (SCDF) ने एक बयान में कहा, “एक सघन तलाशी अभियान के बाद, एक कर्मचारी जो पहले लापता बताया गया था, उसको लगभग 6 बजे कंक्रीट के नीचे पाया गया। कर्मचारी सांस नहीं ले रहा था।” रात करीब 9.45 बजे शव बरामद किया गया और एक पैरामेडिक टीम द्वारा घटनास्थल पर मृत घोषित कर दिया गया।
रेस्क्यू टीम को करनी पड़ी कड़ी मशक्कत
शाम 6 बजे के आसपास वह कंक्रीट ढांचे के नीचे दबा हुआ पाया गया। वह सांस नहीं ले रहा था और उसे मलबे से निकालने के करीब चार घंटे के प्रयास के बाद उसका शव बरामद किया गया।
एससीडीएफ ने कहा, “ऑपरेशन में आपदा सहायता और बचाव दल (डीएआरटी) कर्मियों को जगह बनाने के लिए मलबे के माध्यम से अपना रास्ता खोदना था और यह देखना था कि आखिर मलबे में शव कहां-कहां फंसा हो सकता है।” भारी कंक्रीट स्लैब के कारण रेस्क्यू में थोड़ी परेशानी आई है।
पिछले कुछ महीनों से चल रहा था इमारत ढाहने का काम
यह सुनिश्चित करने के लिए रात भर तलाशी अभियान जारी रहा कि कोई और मलबे के नीचे न फंसा हो, हालांकि सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि ढांचे के नीचे कोई अन्य व्यक्ति नहीं है। पास के एंसन हाउस में काम करने वाले कार्तिक वैद्य ने कहा कि जब उन्हें पहली बार इमारत गिरने का पता चला, तो वह श्रमिकों की सुरक्षा को लेकर परेशान हो गए थे। उन्होंने कहा, “पिछले कुछ महीनों से इस इमारत को गिराने का काम किया जा रहा है।
एक प्रवक्ता ने कहा, “हम मृतक के परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। हमारी प्राथमिकता प्रभावित श्रमिकों की भलाई है और हम आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए अपने ठेकेदारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।”