पिता ने बेटी की जबरन कराई दूसरी शादी, लड़की ने पीएम और सीएम से लगाई मदद की गुहार
कांकेर, प्रेमी से पहली शादी की, लेकिन दूसरी जाति का होने की वजह से नाराज पिता ने दूसरी शादी करा दी। वहीं, जब युवती ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु , प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और बालीवुड अभिनेता सोनू सूद से मदद की गुहार लगाई तो पुलिस ने उसे सखी वन स्टाप सेंटर कांकेर पहुंचाया। यह कहानी राजस्थान के जोधपुर जिले के ग्राम बालेसर की 22 वर्षीय तरुणा शर्मा की है। तरुणा का दूसरा विवाह कांकेर जिले के अंतागढ़ में जितेंद्र शर्मा के साथ हुआ है।
पिता को पसंद नहीं आई पहली शादी
सखी वन स्टाप सेंटर प्रभारी प्रीति तिवारी ने बताया कि अंतागढ़ पुलिस ने युवती को यहां पहुंचाया है। शनिवार को अंतागढ़ पुलिस नव विवाहिता के घर पहुंची और उसे वहां से निकाला। इसके बाद हुई पूछताछ में पता चला अंतागढ़ का परिवार जिस युवती को बहू बनाकर अपने घर लाया है, वह पहले ही कानूनी तौर पर शादीशुदा है, लेकिन लड़का दूसरी जाति का होने के कारण यह शादी युवती के पिता को पसंद नहीं थी।
पहले पति ने क्या कहा?
पहले पति सुरेंद्र सांखला ने बताया कि तरुणा शर्मा उसका बचपन का प्यार है। बचपन से वे साथ-साथ खेले और पले-बढ़े हैं। दोनों ने एमए तक की पढ़ाई की है। दूसरी जाति का होने की वजह से तरुणा के पिता ने उसका विवाह यहां राजस्थान में एक आपराधिक प्रवृत्ति के युवक से कराने की योजना बनाई थी। लड़की की इच्छा के बिना सगाई करवा दी गई, जबकि लड़का दुष्कर्म के अपराध में छह माह की सजा काट चुका था।
25 जनवरी 2023 को तरुणा की शादी थी, लेकिन 11 जनवरी को वह मेरे पास आ गई। हमने 13 जनवरी को कोर्ट मैरिज कर ली। इसके बाद युवती के परिवार से डर से हमें छिपकर रहना पड़ा। हमने जोधपुर पुलिस से सुरक्षा मांगी, लेकिन हमारे बयान नहीं लिए गए।
हमें बालेसर थाने भेजा गया। वहां 12 घंटे हमें रखा गया। फिर बयान हुए। यहां लड़की के साथ मारपीट भी की गई। हमें अलग कर दिया गया। लड़की के साथ प्रताड़ना का दौर जारी रहा। बिना तलाक के एक मई 2023 को उसकी दूसरी शादी छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में करवा दी गई।
युवती ने कहा- मेरे परिवार ने मुझे कैद कर रखा
युवती ने बताया कि उसे पिछले पांच माह से उसके परिवार ने राजस्थान व गुजरात के अलग अलग शहरों में कैद करके रखा था। उसके पास न मोबाइल है और न ही उसे किसी से बात करने दिया जाता है। अप्रैल में किसी रिश्तेदार के माध्यम से जानकारी होने पर रायपुर लाया गया। यहां अंतागढ़ के लोगों ने देखा तथा पसंद किया। परिवार ने दबाव बनाकर अंतागढ़ में शादी करा दी और इसके बाद वह अंतागढ़ में कैद हो गई। यहां भी उसे प्रताड़ित किया गया।
दो दिन पहले रायपुर के एम्स अस्पताल में इलाज के लिए ले जाने के दौरान वहीं अस्पताल से एक अपरिचित से युवती ने मोबाइल मांगकर अपने पति के नंबर पर मैसेज भेज ट्विटर में प्रताड़ना की शिकायत कर दी। इसके बाद पूरा मामला सामने आया। कांकेर लाने के बाद रविवार को उसे वापस ले जाने अंतागढ़ निवासी उसका दूसरा पति पहुंचा, लेकिन युवती ने उसके साथ जाने से इंकार कर दिया।
दूसरे पति ने कभी बहन तो कभी आंटी कहा
युवती तरुणा शर्मा ने कहा कि वह पहले से शादीशुदा है। परिवार ने उसके ऊपर दूसरी शादी करने का दबाव बनाया था।
मैं पहले से ही शादीशुदा हूं। दोबारा शादी के लिए परिवार ने दबाव बनाया। बिना किसी दबाव के राजी खुशी शादी कर रही हूं, यह साबित करने के लिए बालेसर में घर पर ही पुलिस बुला ली गई। कागज पर हस्ताक्षर कराए गए। अब मैं न अपने परिवार के पास और न ही अंतागढ़ जाना चाहती हूं।
मेरा परिवार मेरे लीगल हसबेंड सुरेंद्र को भी यहां आने नहीं देगा। जबतक मेरी शादी नहीं हुई, उसे भी धमका कर उस पर पूरी नजर रखी गई। मेरे दूसरे पति को जब मैंने जानकारी दी तो वह मुझे कभी बहन तो कभी आंटी कहता था। उसने मौली के रूप में राखी भी बंधवाई। अब मैं नारी निकेतन जाना चाहती हूं। इसके बाद लीगल हसबेंड के साथ।
मैंने दिल रखने के लिए बंधवाई मौली
इधर, दूसरे पति जितेंद्र जोशी ने कहा कि युवती उसे तरह-तरह से ब्लैकमेल करती थी। उसने कांच की चूड़ियां खा ली। उसका दिल रखने के लिए मैंने उससे मौली बंधवा ली थी। मैंने उसे कभी बहन या आंटी नहीं कहा। मेरे पास बोलने के लिए शब्द नहीं बचे हैं।
मुझे फंसाया गया है। मेरी जिंदगी बर्बाद हो गई है। शादी नहीं करने का मन था तो एक बार बोल देती, मैं जबरदस्ती शादी नहीं करता। पहले मेरे लिए कई रिश्ते आए, लेकिन समाज की लड़की नहीं मिलने से शादी नहीं की। जब समाज की लड़की मिली तो शादी कर ली। युवती के घर वाले ही मुझे देखने आए थे, मैं नहीं गया था।
सखी सेंटर की सूचना पर किया रेस्क्यू
अंतागढ़ थाना प्रभारी रोशन कौशिक ने कहा कि रायपुर से सूचना के बाद सखी सेंटर की सूचना पर महिला के घर पहुंच उसे वहां से लाया गया है। महिला को सखी सेंटर कांकेर में रखा गया है।