छत्तीसगढ़: भड़काऊ भाषण और पोस्ट करने के आरोप भाजपा के आठ नेताओं के खिलाफ नोटिस जारी
रायपुर, कांग्रेस के शासित राज्य छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले की पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नफरत फैलाने वाला कंटेंट पोस्ट करने के आरोप में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश प्रवक्ता समेत आठ नेताओं को नोटिस जारी किया है।
रायपुर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रशांत अग्रवाल ने शुक्रवार को बताया कि ‘नोटिस में इन भाजपा पदाधिकारियों को पुलिस के सामने पेश होने और ऐसी पोस्ट से संबंधित तथ्यात्मक बयान पेश करने को कहा गया है।
बीजेपी नेताओं ने किया नफरती कंटेंट पोस्ट
12 अप्रैल को छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेताओं ने रायपुर जिले के पुलिस थाने में भाजपा नेताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने दावा किया था कि भाजपा के नेता सोशल मीडिया पर नफरती कंटेंट पोस्ट कर माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।
पुलिस को मिली शिकायत के मुताबिक भाजपा के आठ नेताओं ने सोशल मीडिया पर राज्य के बेमेतरा जिले के बिरनपुर में हुई सांप्रदायिक हिंसा के संबंध में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के लिए कथित रूप से अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया था।
‘भूपेश का जिहादगढ़’जैसे शब्दों का किया इस्तेमाल
पुलिस अधिकारी ने बताया कि भाजपा सदस्यों ने बिरनपुर हिंसा संबंधित पोस्ट किया था जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ- ‘भूपेश का जिहादगढ़’, ‘तालिबानी हुकूमत’ और इसी तरह के अन्य आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था।
इसलिए पुलिस ने भाजपा नेताओं को नोटिस जारी किया। जिसमें कहा गया है कि उनका पोस्ट लोकशांति पर विपरीत प्रभाव डालता है, यह आम लोगों के मन में वैमनस्य पैदा करता है और आक्रोश उत्पन्न करने तथा सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाला है।
इन आठ नेताओं के खिलाफ जारी किया नोटिस
बीजेपी के आठ नेताओं में भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव, भाजपा छत्तीसगढ़ के आईटी सेल प्रभारी सुनील पिल्लई, कोषाध्यक्ष नंदन जैन, भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ अध्यक्ष केदारनाथ गुप्ता, भाजपा युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष योगी साहू, संभागीय युवा मोर्चा समन्वयक कमल शर्मा, डीडी नगर भाजपा युवा मोर्चा के सदस्य शुभंकर और पार्टी कार्यकर्ता बिट्टू पाणिग्रही के खिलाफ नोटिस जारी किया गया है।
बिरनपुर गांव में हुई थी हिंसा
पुलिस ने कहा कि ये नोटिस पिछले साल 21 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश के तहत जारी किया गया है, जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने नफरत फैलाने वाले भाषणों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया था।
गौरतलब है कि रायपुर से लगभग 100 किलोमीटर दूर स्थित बिरनपुर गांव में आठ अप्रैल को स्कूली बच्चों में मारपीट हो गई थी।
3 लोगों की मौत
इस झड़प में एक स्थानीय निवासी भुनेश्वर साहू की मौत हो गई थी और तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। 10 अप्रैल को दक्षिणपंथी संगठनों द्वारा बुलाए गए राज्यव्यापी ‘बंद’ (बंद) के दौरान दो घरों को जला दिया गया था, जबकि ग्रामीणों रहीम मोहम्मद और उनके बेटे इदुल मोहम्मद के शव 11 अप्रैल को एक मुरुम खदान में कई चोटों के साथ पाए गए थे।