छत्तीसगढ़: सोनिया और सिंहदेव की मुलाकात की चर्चा हुई तेज, बोले- प्रदेश की राजनीति में नहीं हूं एक्स्ट्रा प्लेयर
रायपुर (छत्तीसगढ़), राजस्थान में जारी सियासी हलचल के बीच छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के सुर बदले हुए नजर आ रहे हैं। दरअसल पिछले सप्ताह सिंहदेव ने सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के से ही उनके सुर बदल चुके हैं।
वहीं, पिछले दो महीनों में कई मौकों पर टीएस सिंहदेव ने कहा है कि वह चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं हैं। इसके साथ ही चुनाव घोषणापत्र के वादे पूरे नहीं होने पर भी उन्होंने अपनी निराशा जाहिर की थी।
राजनीति में एक्स्ट्रा प्लेयर नहीं- सिंहदेव
अनियमित कर्मचारियों से फोन पर चर्चा की। इस दौरान सिंहदेव ने लाचारगी दिखाई। उन्होंने कहा था कि वह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तक सिर्फ आपकी बात को पहुंचा सकते हैं लेकिन पिछले सप्ताह सोनिया गांधी से मुलाकात हुई। साथ ही सिंहदेव ने राष्ट्रीय महामंत्री संगठन केसी वेणुगोपाल, कुमारी सैलजा और अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। उसके बाद रायपुर पहुंचे सिंहदेव ने पूरी दमदारी से कहा कि वह प्रदेश की राजनीति में एक्स्ट्रा प्लेयर नहीं है।
राजनीतिक प्रेक्षकों की मानें तो सिंहदेव का सरगुजा की राजनीति में खासा प्रभाव माना जाता है। चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद के लिए प्रबल दावेदार माने जा रहे सिंहदेव के प्रभाव के कारण ही पिछले विधानसभा चुनाव में सरगुजा की 14 विधानसभा सीट में से सभी पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी।
राजनीतिक गलियारों में है मुलाकात की चर्चा
वहीं, टीएस सिंहदेव और सोनिया गांधी की हुई मुलाकात के भी राजनीतिक गलियारों में कई मायने निकाले जा रहे हैं। राजनीतिक गलियारे में यह चर्चा थी कि सिंहदेव खुद चुनाव नहीं लड़ेंगे और उनके भतीजे आदित्येश्वर शरण सिंह BJP की टिकट पर अंबिकापुर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बन सकते हैं।
सिंहदेव के करीबी नेताओं की मानें तो केंद्रीय नेतृत्व ने सिंहदेव को आश्वस्त किया है कि उनकी राजनीतिक संभावनाएं कम नहीं होंगी। केंद्रीय नेतृत्व से संकेत मिलने का असर प्रदेश की राजनीति में भी दिखने लगा है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अंबिकापुर के दौरे पर थे। उस दौरान उन्होंने आदित्येश्वर को न सिर्फ मंच पर बैठाया था, बल्कि अपने भाषण में उनका नाम भी लिया था।