बिहारशरीफ में अगले आदेश तक स्कूल-कॉलेज बंद, अक तक इतने उपद्रवी हुए अरेस्ट
बिहार के नालंदा जिले के बिहारशरीफ में हिंसा और उपद्रव की वारदातों के बाद जिंदगी पटरी पर लौटने लगी है। मंगलवार को दुकान खोली गईं और लोग घरों से बाहर भी निकले। लेकिन, प्रशासन की सख्ती बरकरार है। हिंसा की विभिन्न वारदातों के 140 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। एहतियात के तौर पर सभी निजी और सरकारी स्कूल कॉलेजों को बंद रखा गया है और इंटरनेट सेवा भी अभी तक बहाल नहीं की गई है। जिला पुलिस के अलावा अर्धसैनिक बलों के जवान पूरे शहर में पहरा दे रहे हैं।
बिहारशरीफ में शुक्रवार को रामनवमी जुलूस के बाद शुरू हुई हिंसा पर सुरक्षाबलों ने लगभग कंट्रोल कर लिया है। रैपिड एक्शन फोर्स, एसएसबी, बीएमपी के अलावे जिला पुलिस के सुरक्षाकर्मी पहरा दे रहे हैं। उपद्रवी तत्वों की धरपकड़ के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं। डीएम शशांक शुभंकर ने कहा है कि अर्धसैनिक बलों की नौ कंपनियों को लगाया गया है। और हालात नियंत्रण में है। इसके बावजूद बड़ी संख्या में पुलिस के जवान विभिन्न इलाकों में तैनात किए गए हैं। ताकि उपद्रवी अपने अपने मंसूबों को जमीन पर उतारने में कामयाब ना हो सके।
जानकारी के मुताबिक अब तक 15 f.i.r. इस मामले में दर्ज कराए गए हैं। अगर कोई नई बात सामने आती है तो प्रशासन उस पर भी कार्रवाई करेगी। डीएम ने कहा कि शहर में प्रशासन और नागरिकों द्वारा लगाए गए सीसीटीवी को खंगाला जा रहा है। वायरल वीडियो की भी पड़ताल की जा रही है। उससे उपद्रवियों की पहचान की जाएगी और उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जिला प्रशासन ने थोड़ी राहत देते हुए बाजार समिति में किसानों को अपने अनाज फल आदि बेचने की अनुमति दी है। पैरामिलिट्री और अन्य सुरक्षा बलों के जवान शहर में पहरा दे रहे हैं। धारा 144 हटाने, इंटरनेट सेवा बहाल करने को लेकर अभी तक कोई फैसला प्रशासन की ओर से नहीं किया गया है। इस बीच सभी निजी और सरकारी विद्यालयों को बंद रखा गया है।