नौकरी की तलाश कर रहे बेरोजगारों को लगेगा झटका, इस सेक्टर की भर्तीयां हो सकती है निरस्त
नौकरी की तैयारी कर रहे बेरोजगार युवकों को जोर का झटका लग सकता है। पिछले कई दिनों से भर्ती परीक्षा की तैयारी में जुटे बेरोजगारें के सपनों पर पानी फिर सकता है। ऐसे में बेरोजगार युवकों को अब दूसरी भर्ती परीक्षाओं पर फोकस कर नौकरी की तलाश करनी होगी।
जिला को-आपरेटिव बैंक की देहरादून, यूएसनगर और पिथौरागढ़ में हुई भर्तियां भी निरस्त हो सकती हैं। सहकारिता विभाग कार्रवाई से पहले कार्मिक विभाग की अंतिम रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है। शासन स्तर से 29 मार्च, 2022 को जांच के आदेश हुए थे। अब जांच को एक साल पूरा होने पर उसे निष्कर्ष तक पहुंचाने की तैयारी हो रही है।
बैंकों ने विधानसभा चुनाव की आचार संहिता के बीच ही भर्ती प्रक्रिया पूरी कर दी थी। शासन स्तर से चयनित अभ्यर्थियों को ज्वाइन न कराने के आदेश के बावजूद बैंक मैनेजमेंट के स्तर से बैक डेट में ज्वाइन कराने की शिकायतें शासन को मिलीं। इस पर उप निबंधक नीरज बेलवाल और मान सिंह सैनी को जांच का जिम्मा सौंपा गया।
छह महीने से अधिक चली विस्तृत जांच शासन को सौंपी गई, लेकिन उस पर कोई फैसला नहीं लिया गया। जबकि जांच रिपोर्ट में खुलकर गड़बड़ियों का ब्यौरा दिया गया। बैंक मैनेजमेंट से लेकर बोर्ड और सहकारिता के अफसरों की भूमिका पर सवाल उठाए गए। इसके बाद भी फाइल महीनों तक न्याय, वित्त विभागों में घूमती रही।
इन विभागों की राय के बाद भी शासन स्तर से कार्रवाई की बजाय जांच अधिकारियों को एक और जांच के निर्देश दिए गए। जिन लोगों पर जांच में सवाल उठाए गए, उनका भी पक्ष जानने के निर्देश दिए गए। जांच टीम ने दूसरे चरण की जांच कर भी पूरा ब्यौरा शासन को उपलब्ध कराया।
इसके बाद भी पहले लंबा इंतजार किया गया। अब इस मामले में कार्मिक विभाग से राय लेने को फाइल भेज दी गई है। सूत्रों के अनुसार इस मामले में कार्मिक की राय आने के बाद फाइनल कार्रवाई की जाएगी। इसके तहत भर्ती को निरस्त करने की तैयारी है। इसीलिए कार्रवाई से पहले कार्मिक की राय ली जा रही।
देहरादून, यूएसनगर, पिथौरागढ़ बैंक में भर्ती गड़बड़ी की थी शिकायतें:सभी जिला सहकारी बैंकों में भर्ती की गई थी। इन बैंकों में से देहरादून, यूएसनगर और पिथौरागढ़ ने रिजल्ट जारी कर दिया था। इसीलिए जांच भी सिर्फ इन्हीं बैंकों की हुई। शेष बैंकों ने रिजल्ट जारी नहीं किया। इसी के चलते वे जांच से बच गए।
बैंक बोर्ड पर भी कार्रवाई की तैयारी
इस मामले में कार्रवाई के रूप में सिर्फ भर्ती ही निरस्त नहीं होनी है, बल्कि बैंक बोर्ड के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई हो सकती है।
बैंक और सहकारिता के अफसर भी निशाने पर
भर्ती गड़बड़ी को लेकर बैंक के अफसरों समेत जिलों में सहकारिता विभाग के अफसरों के खिलाफ भी कार्रवाई की तैयारी है। जांच समिति ने इन सभी की भूमिका पर सवाल उठाए हैं।
फाइनल जांच रिपोर्ट मिल चुकी है। उस पर कुछ भी फैसला लेने से पहले कार्मिक की अंतिम रिपोर्ट, राय का इंतजार किया जा रहा है। उम्मीद है की रिपोर्ट जल्द मिल जाएगी। उसके बाद जल्द आगे कार्रवाई की जाएगी।
बीवीआरसी पुरुषोत्तम, सचिव सहकारिता