उत्तराखंड सरकार दस साल पुराने डीजल वाले ऑटो-विक्रम को करेगी सीज, पढ़ें पूरी खबर…
उत्तराखंड के देहरादून सहित इन शहरों में ऑटो-विक्रम के संचालन पर बड़ा अपडेट सामने आया है। 10 साल पुरानी गाड़ियों के खिलाफ उत्तराखंड सरकार सख्ती करने जा रही है। 01 अप्रैल 2024 से पुरानी गाड़ियों के लिए नए नियम लागू हो जाएंगे। नियमों के उल्लंघन करने पर सरकार की सख्ती होगी। 10 साल पुराने ऑटो-विक्रम को चिह्नित कर उनको सीज भी किया जाएगा।
एक अप्रैल से दून, ऋषिकेश और हरिद्वार की सड़कों से दस साल या उससे अधिक पुराने डीजल से चलने वाले ऑटो-विक्रम का संचालन बंद होगा । इस तिथि से सभी परमिट रद माने जाएंगे। यदि कोई संचालन करता है ऐसे ऑटो-विक्रम सीज किए जाएंगे। इस नियम का सख्ती से पालन किया जाएगा।
संभागीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) ने देहरादून, हरिद्वार और रुडकी में बढ़ते वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए पिछले साल नवंबर महीने में डीजल से चलने वाले ऑटो-विक्रम को चरणबद्ध ढंग से सड़क से बाहर करने का फैसला लिया था। इसमें दस या इससे अधिक पुराने ऑटो-विक्रम को 31 मार्च 2023 और बाकी बचे विक्रम-ऑटो को दिसंबर 2023 तक बाहर किया जाना है।
दस या इससे अधिक पुराने ऑटो-विक्रम को सड़क से बाहर करने के लिए अब सिर्फ पांच दिन बचे हैं। एक अप्रैल से इनका संचालन बंद होना है। इसके लिए परिवहन विभाग ने तैयारी कर दी है। विभाग ऐसे ऑटो-विक्रम को सीज करेगा, जो दस साल या उससे अधिक पुराने होंगे।
सीएनजी और इलेक्ट्रिक में बदल सकते थे परमिट :
आरटीए ने डीजल वाले ऑटो-विक्रम के परमिट पर इलेक्ट्रिक, सीएनजी या फिर बीएस-6 पेट्रोल मैजिक खरीदने का विकल्प दिया है। इसके लिए पहली प्राथमिकता विक्रम और ऑटो संचालकों को दी गई। लेकिन कई संचालकों ने इसके लिए आवेदन नहीं किया।
देहरादून, ऋषिकेश और हरिद्वार में एक अप्रैल से दस साल या इसके अधिक पुराने डीजल वाले ऑटो-विक्रम बाहर होने हैं। यदि कोई ऑटो-विक्रम सड़क चलता पकड़ा गया तो उसे सीज किया जाएगा। पहले चरण में करीब 30 फीसदी ऑटो-विक्रम बाहर हो जाएंगे।