Uttarakhand: अब छोटे-छोटे बच्चे भी हो रहे डायबिटीज के शिकार, जानिए एक्सपर्ट की राय

देहरादून :  खानपान और आधुनिक जीवन शैली में बदलाव के चलते शुगर के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं. शुगर की बीमारी किडनी और दिल पर बुरा असर डालती है. इन दिनों हार्ट अटैक से छोटी उम्र में ही मौतों के मामले सामने आ रहे हैं. हृदय रोग का एक बड़ा कारण शुगर भी है. शुगर से बचने के लिए क्या करना चाहिए, एक्सपर्ट की राय जानते हैं. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के सबसे बड़े सरकारी दून अस्पताल के सीनियर फिजिशियन डॉक्टर अंकुर पांडे ने बताया कि डायबिटीज दो तरह का होती है, टाइप 1 और टाइप 2. सबसे पहले हमें डायबिटीज के बारे में जानकारी होनी चाहिए कि अगर हम डायबिटीज से जूझ रहे हैं, तो किस तरह के डायबिटीज की चपेट में हम आए हैं. आजकल की जीवनशैली और खानपान के चलते बड़े ही नहीं छोटी उम्र में भी डायबिटीज की बीमारी के मामले सामने आ रहे हैं. माता-पिता से भी बच्चों में डायबिटीज अनुवांशिकी के चलते हो जाता है.

डॉक्टर अंकुर पांडे का कहना है कि कई लोग डायबिटीज की दवाइयां खाते हैं और जब उनका शुगर लेवल कंट्रोल होता है, तो वह दवाई खाना छोड़ देते हैं, यही सबसे बड़ी गलती होती है क्योंकि अचानक शुगर लेवल के बढ़ने से वह दिल, किडनी और अन्य अंगों पर बुरा असर डालती है. बच्चों को इस बीमारी से बचाने के लिए उनके खानपान में फाइबर युक्त चीजों को जरूर शामिल करें और नियमित रूप से शुगर लेवल की जांच करवाते रहें.

वहीं दून अस्पताल की डायटीशियन ऋचा कुकरेती का कहना है कि एक डायबिटीज मरीज को सही वक्त पर और सही मात्रा में भोजन करना चाहिए. वह सिर्फ दिन भर में 10 ग्राम शुगर ही ले सकता है. इसके अलावा वह अन्य खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकता है. उनका कहना है कि शुगर लेवल न ही बढ़ना अच्छा होता है और न ही घटना अच्छा होता है. अगर आप भूखा रहते हैं, तो भूख से शुगर लेवल घट जाता है. यह भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है. ऋचा कुकरेती का कहना है कि आप सही वक्त पर खानपान के साथ-साथ जरूरी पोषक तत्व भी लीजिए और इसी के साथ ही एक्सरसाइज करना भी बहुत जरूरी होता है.

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शुगर लेवल नियंत्रण के लिए पोषक तत्व जरूरी
हाल ही में हुई एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि लो कार्बोहाइड्रेट डाइट हमेशा टाइप 2 डायबिटीज के होने से नहीं बचा सकता. हार्वर्ड टीएच चान स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन के आधार पर यह दावा किया है कि डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए सिर्फ कम मीठा खाने से काम नहीं चलेगा बल्कि इसके लिए प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों की भी समान जरूरत होती है.

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