‘कानून से ऊपर नहीं राहुल और सोनिया गांधी’, भाजपा ने कहा- दोनों भ्रष्टाचार के केस में जमानत पर हैं बाहर

नेशनल हेराल्ड केस को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच वार पलटवार का दौर जारी है। कांग्रेस का लगातार आरोप है कि भाजपा प्रतिशोध की राजनीति कर रही है। नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से पूछताछ हो चुकी है। इन सबके बीच आज एक बार फिर से भाजपा ने राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर जबरदस्त तरीके से निशाना साधा है। राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर निशाना साधते हुए भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि यह दोनों कानून से ऊपर नहीं हो सकते हैं। गौरव भाटिया ने कहा कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी भ्रष्टाचार के केस में जमानत पर बाहर है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस जांच एजेंसियों को डरा-धमका रही है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस का आचरण अमर्यादित है। उन्होंने कहा कि जांच एजेंसी को ईडियट और पालतू कहा जा रहा है। कांग्रेस ने देश को क्यों लूटा। पहले तो वे चोरी करेंगे फिर अराजकता फैलाएंगे।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी को ये बताना आवश्यक है कि जिस प्रकार का आचरण कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं द्वारा किया जा रहा है, ये उचित नहीं है। पहले आप चोरी करते हैं, देश को लूटते हैं और उसके बाद पूरे देश में अराजकता फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये तथ्य भी सर्वविदित है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी दोनों भ्रष्टाचार के आरोप में जमानत पर बाहर हैं। सार्वजनिक जीवन में आप हैं और आपकी जिम्मेदारी भी बड़ी है। आपको चाहिए कि जो सवाल जनता पूछ रही है और हम यहां से उठा रहे हैं, आप उनका उत्तर दें। उन्होने कहा कि ये अनर्गल बयान सुनने में आ रहे हैं कि ईडी को सोनिया गांधी से, राहुल गांधी से पूछताछ के लिए उनके घर जाना चाहिए। कांग्रेस के लिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी संविधान से ऊपर हैं। लेकिन कोई आरोपी है तो कानून कहता है कि उससे पूछताछ होगी और पूछताछ करने वाली एजेंसी के ऑफिस में ही होगी।

गौरव भाटिया ने आगे कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और गांधी परिवार के करीबी मोतीलाल वोरा के सिर पर पूरा ठीकरा फोड़ा जा रहा है। ये कहा जा रहा है कि हमें कुछ पता ही नहीं है, जो किया वो मोतीलाल वोरा जी ने किया। क्या ये सत्य नहीं कि यंग इंडिया में 38 % राहुल गांधी की है और 38 % सोनिया गांधी की हिस्सेदारी है? उन्होंने कहा कि 50% से ज्यादा हिस्सेदारी में आपका कंट्रोलिंग स्टेक है। जब कंट्रोलिंग स्टेक राहुल गांधी और सोनिया गांधी का है, तो ठीकरा एक ऐसे व्यक्ति पर फोड़ा जा रहा है जो आज दुनिया में नहीं है। उन्होंने सवाल किया कि ये जो घोटाला हुआ, मनी लॉन्ड्रिंग की गई, ये किसने किया? ये फैसला किसने लिया था? भाजपा ने साफ तौर पर कहा कि जिस कंपनी के पास कोई संपत्ति नहीं है उसे दूसरी कंपनी एक करोड़ रुपये क्यों देती है। राहुल गांधी की जेब से एक रुपया भी नहीं गया। लेकिन 2,000 करोड़ रुपये की संपत्ति का controlling stake उनका हो गया। ऐसा हमने कभी नहीं देखा, ये कैसे हो गया राहुल गांधी इसका भी जवाब दें।

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