काजल हत्याकांड खुलासा: आबरू लूटने में असफल होने पर ली थी जान

दिल्लीः छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के बहुचर्चित काजल मसंद के अनसुलझे हत्याकांड का रविवार को खुलासा करते हुए पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने युवती को सिर्फ इसलिए मौत के घाट उतार दिया था क्योंकि वे उसकी आबरू लूटने में असफल हो गए थे, इस मामले में आरोपियों का वहशीपन भी सामने आया है।

एडिशनल एसपी लखन पटले एवं सीएसपी दीपक मिश्रा ने बताया कि 14 जून की दोपहर पुलिस को सूचना मिली थी कि स्वास्तिक विहार कॉलोनी के एक मकान में युवती की संदेहास्पद लाश मिली है, जिसकी सूचना पर पुलिस टीम, डॉग स्क्वाड, साइबर सेल की टीम मौके पर पहुंचीं। मौके का मौका मुआयना कर पुलिस ने इस संबंध में हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। पुलिस टीम ने स्निफर डॉग को घटनास्थल की स्मैल लेकर छोड़ा जो मृतका के मकान से गंध लेकर उसके घर के पीछे खाली पड़े अटल आवास होते हुए फुलवारीपारा के आगे श्मशान की ओर गया। इसके बाद पुलिस की एक टीम फुलवारीपारा के आसपास रहने वाले संदिग्धों से पूछताछ के लिए लगाई गई थी। वहीं, काजल की मां बेटी की मौत के सदमे के चलते कुछ बताने की स्थिति में नहीं थी। मृतका के अन्य परिजनों से जानकारी मिली कि काजल की तीन सगी बहनों की शादी हो गई है मृतका उसकी मां को प्रतिदिन उसके कार्यस्थल सुबह छोड़ने जाती है और वापस घर में आकर अकेली रहती थी।

पुलिस ने हर तरफ खंगाला

इस मामले में लगी पुलिस की एक दूसरी टीम ने मृतिका के दोस्तों, परिजनों उसके कार्यस्थल सहारा इंडिया के सदस्यों, मृतका के घर आसपास काम करने वाले लोगों, संपर्क में आए ऑटो चालक, आस-पड़ोस के लोगों से मजदूरों, चौकीदार से लगातार पूछताछ की। इसी बीच पुलिस को एक महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगा। मृतका और उसके परिजनों के मोबाइल को चेक किया गया तो सभी मोबाइल फोन एक ही Gmail से चल रहे थे उस Gmail का बैकअप लिया गया, जिसमें पुलिस के हाथ घटना के बाद मृतका की ली गई तस्वीर पुलिस को प्राप्त हुई जो कि घटनास्थल से कुछ अलग थी।

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