छत्तीसगढ़ की 25 सीटों पर कांग्रेस को देना पड़ेगा नया चेहरा
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 40 प्रतिशत टिकट महिलाओं को देने के प्रियंका गांधी के ऐलान के बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस में भी सियासी हलचल बढ़ने लगी है।
साथ ही नए राजनीतिक समीकरण बनने भी शुरू हो गए हैं। 2023 के अंत में यहां विधानसभा चुनाव होना है, लेकिन टिकट के इस फॉर्मूले ने दिग्गज नेताओं की नींद उड़ा दी है। कई टिकट कटने की स्थिति में नई जगह की तलाश का गुणा-भाग लगाने भी लगे हैं।
वैसे, पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का यह ऐलान अगर छत्तीसगढ़ में लागू होता है तो कांग्रेस को प्रदेश की 90 में से 36 विधानसभा सीटों पर महिला उम्मीदवार उतारने पड़ेंगे।
मौजूदा विधानसभा में कांग्रेस के पास 11 महिला विधायक हैं। इस लिहाज से अगर मौजूदा सभी विधायक को अगले चुनाव में रिपीट भी किया जाता हो तो 25 और सीटों पर महिला प्रत्याशियों को टिकट देना पड़ेगा।
हालांकि, 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने छ्त्तीसगढ़ में 33% महिलाओं को टिकट देने पर जोर दिया था, लेकिन राजनीतिक समीकरणों की वजह से कांग्रेस ने 27 विधानसभा सीटों की जगह सिर्फ 13 सीटों पर महिलाओं को मौका दिया।
इसमें 11 महिलाओं ने जीत दर्ज की। 90 सदस्यीय विधानसभा में अभी भाजपा और कांग्रेस की कुल 12 महिला विधायक हैं।
2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस में महिलाओं की जीत का औसत पुरुषों की तुलना में बेहतर रहा है। कांग्रेस ने 13 महिलाओं को मौका दिया था, जिनमें 10 ने जीत दर्ज की।
दंतेवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में हुए उपचुनाव में यह संख्या बढ़कर 11 हो गई। पार्टी शेष 77 विधानसभा सीटों में पुरुषों का मौका दिया गया, जिनमें 59 सीटों पर पुरुषों ने जीत दर्ज की। इससे पहले वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 10 महिलाओं को टिकट दिया था।