वर्क फ्रॉम होम से सेहत पर पड़ सकता है बुरा असर
दफ्तर के लिए रोजाना कम्युटिंग को लेकर लंबे समय से शिकायत रही हैं। सार्वजनिक परिवहनों के कारण ट्रैफिक जाम और महंगी यात्रा लागतों के कारण लोगों के अनुभव अच्छे नहीं रहे।
मगर एक हालिया अध्ययन में पाया गया कि रोजाना काम के लिए जाने के दौरान यात्रा करने का मानसिक सेहत पर सकारात्मक असर पड़ता है। साथ ही वजन घटाने के मामले में भी यह तरीका काफी मददगार है।
शारीरिक सेहत में सुधारः
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन (यूसीएल) के न्यूरोसाइंटिस्ट का कहना है कि दफ्तर जाने से शारीरिक स्वास्थ्य में इजाफा होता है, क्योंकि इससे कर्मचारियों का दफ्तर का कामकाज और घरेलू काम अलग-अलग रहता है।
शोधकर्ताओं का तर्क है कि लोगों से मिलना-जुलना भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आवागमन लोगों को सक्रिय रखता है।
इसके अलावा लोग घर से काम करते हे जो फ्रिज में रखा अस्वास्थ्यकर भोजन या नाश्ता करते हैं, उससे दूर रहते हैं।
काम करने का अच्छा माहौल मिलाः
यूसीएल द्वारा कराए गए सर्वे में 3,000 लोगों में से आधे ने कहा कि दफ्तर जाकर काम करने से उन्हें काम के लिए बेहतर माहौल मिला और उनका माइंडसेट अच्छा रहा।
अध्ययन में शामिल 45 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे कार्यालय में अधिक प्रोडक्टिव महसूस करते हैं, क्योंकि वे कॉल शेड्यूल किए बिना सहकर्मियों के साथ मीटिंग कर सकते हैं या एक-दूसरे के साथ विचार साझा कर सकते हैं।
इस बीच 50 प्रतिशत लोगों ने यह स्वीकार किया कि घर से काम करते हुए उन्होंने ज्यादा बार स्नैक्स आदि का सेवन किया। वर्किंग फ्रॉम होम (डब्ल्यूएफएच) गाइडेंस को आखिरकार जुलाई में हटा दिया गया।