तनाव से मुक्ति के लिए जाएं शत्रुंजय की पहाड़ी

आजकल की भागदौड़ भरी इस जिंदगी में हर इंसान कहीं न कहीं तनाव से घिरा हुआ है। कभी-कभी काम की चिंता के कारण या फिर जीवन की समस्याओं के कारण हम हमेशा तनाव में रहते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस तनाव का हमारे दिलोदिमाग़ पर बहुत बुरा असर पड़ता है।

इसलिए हमें अपने लिए थोड़ा समय घूमने फिरने के लिए अवश्य निकालना चाहिए और ऐसी जगहों पर जाना चाहिए जहाँ हमारा तनाव कम हो सके। विशेषज्ञों का मानना है कि तनाव से बचने के लिए ध्यान, योग, जीवन शैली में सुधार और मानसिक शांति के लिए आप कहीं अच्छी रमणीक जगह पर घूमने जा सकते हैं।

ऐसे में अगर आप कहीं जाने की योजना बना रहे हैं तो हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं, जहाँ आप शांति पा सकते हैं और वो जगह है शत्रुंजय की पहाड़ी। तो आइए जानते हैं इस जगह के बारे में।

दरअसल, शत्रुंजय का शाब्दिक अर्थ है जीत। शत्रुंजय पहाड़ी शांति और आध्यात्मिकता के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। हर साल बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं और शांति के पल बिताते हैं। शत्रुंजय पहाड़ी गुजरात के ऐतिहासिक शहर पालिताना के पास स्थित है।

हालाँकि, इस शहर के पास पाँच पहाड़ियाँ हैं, लेकिन शत्रुंजय पहाड़ी को सबसे पवित्र पहाड़ी माना जाता है। यह पहाड़ी समुद्र तल से 164 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इस पहाड़ी पर सैकड़ों जैन मंदिर हैं। वे सभी शतरुंजी नदी के तट पर स्थित हैं। शत्रुंजय हिल को ‘आंतरिक शत्रुओं पर विजय का स्थान’ के रूप में भी जाना जाता है।

आपको जानकर शायद आश्चर्य होगा कि इस पहाड़ी तक पहुंचने के लिए आपको 375 पत्थर की सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। इन सीढ़ियों पर चढ़ते समय आप प्रकृति के अद्भुत दृश्यों का आनंद ले सकते हैं।

आप इस शांतिपूर्ण जगह में रहने का एक वास्तविक सुखद एहसास प्राप्त कर सकते हैं। शहरों की भागदौड़ भरी जिंदगी से दूर, आप यहां पर केवल शांति के पल बिता सकते हैं। यहां समय बिताने से आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव पड़ता है।

इसके साथ ही यह कई तरह के तनाव से राहत दिलाने में भी मदद करता है। शत्रुंजय पहाड़ी पर स्थित मंदिरों के निर्माण के बारे में कहा जाता है कि इनका निर्माण 900 साल पहले हुआ था। हर साल कार्तिक पूर्णिमा के दिन बड़ी संख्या में लोग इस पहाड़ी पर पहुंचते हैं।

ऐसा माना जाता है कि जैन धर्म के संस्थापक आदिनाथ, जिन्हे ऋषभ के नाम से भी जाना जाता है, ने इस शिखर पर स्थित रियान वृक्ष के नीचे कठिन तपस्या की थी। उसी स्थान पर आदिनाथ का मंदिर भी आज मौजूद है। इतना ही नहीं, बल्कि मुस्लिम संत अंगार पीर का स्थान भी मंदिर के परिसर में ही स्थित है।

कहा जाता है कि उन्होंने मुगलों से इस शत्रुंजय पहाड़ी की रक्षा की थी। इसलिए, उनके साथ अंगार पीर को मानने वाले मुस्लिम लोग भी शत्रुंजय पहाड़ी पर आते हैं और उनकी कब्र पर नमाज अदा करते हैं।

कहा जाता है कि यहां आकर जो कोई भी कोई मुराद मांगता है तो निश्चय ही उनकी मन की इच्छाएं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं। हर साल लोग अपने परिवार, अपने दोस्तों और अपने सहयोगियों के साथ यहां पहुंचते हैं। तो आप भी एक बार यहां जरूर जा सकते हैं।

• हवाईजहाज से: पालिताना शहर, जहाँ पर शत्रुंजय हिल स्थित है, भावनगर एयरपोर्ट से 56 किलोमीटर दूर स्थित है। भावनगर से पालिताना जाने के लिए कोई भी निजी वाहन लिया जा सकता है।

• रेल द्वारा: पालिताना ट्रेन द्वारा भावनगर और अहमदाबाद से पहुँचा जा सकता है।

• सड़क द्वारा: पालीताना, जो भावनगर से 56 किलोमीटर दूर और अहमदाबाद से 215 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, सड़क मार्ग से आसानी से पहुँचा जा सकता है।

शत्रुंजय हिल की यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय है

अक्टूबर से मार्च के महीनों के बीच शत्रुंजय हिल की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय होता है। नवंबर से फरवरी पीक सीजन होता है। शत्रुंजय हिल मानसून के मौसम के दौरान बंद रहता है।

पालिताना गुजरात के शीर्ष पर्यटन स्थलों में से एक है। यदि आप उन लोगों में से हैं जो धर्म में दृढ़ता से विश्वास रखते हैं तो यह आपके लिए यह एक उपयुक्त जगह है। पालिताना में घूमने के लिए कुछ बेहतरीन स्थानों की सूची यहाँ दी जा रही है।

• हस्तगिरी जैन तीर्थ

• शत्रुंजय हिल्स

• श्री विशाल जैन संग्रहालय

• तलजा टाउन

• गोपनाथ बीच

यदि आप शत्रुंजय हिल की यात्रा करने के इच्छुक हैं, तो आप गुजरात के यात्रा कार्यक्रम पर भी एक नज़र डाल सकते हैं और एक या दो दिन के लिए भावनगर से शत्रुंजय हिल को कवर कर सकते हैं।

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