आम आदमी पर महंगाई की मार, पेट्रोल – डीजल के साथ एलपीजी के दाम भी बढ़े

नई दिल्ली: पेट्रोल-डीजल से लेकर एलपीजी तक के भाव आसमान पर हैं।  लगातार सातवें दिन पेट्रोल-डीजल महंगा हुआ है और आज घरेलू गैस सिलेंडर के दाम बढ़ गए। कुछ शहरों में पेट्रोल शतक के बेहद करीब है तो डीजल 90+ पर बैटिंग कर रहा है। अगर बढ़ोतरी की रफ्तार ऐसी रही तो दो दिन में ही राजस्थान के श्रीगंगानगर में साधारण पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर के पार चली जाएगी, जबकि एक्सट्रा प्रीमियम पेट्रोल की कीमत 102 रुपये से भी अधिक हो गई है। आज श्रीगंगानगर में पेट्रोल 100 रुपये से केवल 44 पैसे दूर रह गया है। वहीं असम में पेट्रोल-डीजल पांच रुपये सस्ता होने के बाद अन्य क्रमश: 86.02 रुपये और 80.11 रुपये प्रति लीटर पर आ गया है।

आज यानी सोमवार को जहां एलपीजी उपभोक्ताओं को महंगाई का झटका लगा है, वहीं पेट्रोल-डीजल खरीदने वालों को पिछले 7 दिन से यह झटका लग रहा है। सोमवार को भी पेट्रोल-डीजल की मार्केटिंग कंपनियों ने  पेट्रोल की कीमत में 26 पैसे प्रति लीटर तक और डीजल की कीमत में 30 पैसे प्रति लीटर तक की बढ़ोतरी की। घरेलू रसोई गैस सिलेंडर के लिए सोमवार को आपको 769 रुपये चुकाने होंगे। क्योंकि सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने सोमवार से 14.2 किलो के घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत में 50 रुपये प्रति सिलेंडर बढ़ाने का फैसला किया है। अभी तक राजधानी दिल्ली में रसोई गैस सिलेंडर का मूल्य 719 रुपये था।

डीजल की बढ़ती कीमतों और उच्च कर का विरोध करते हुए ट्रांसपोर्टरों ने हड़ताल पर जाने की रविवार को चेतावनी दी। ट्रांसपोर्टरों के शीर्ष संगठन ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) ने कहा कि डीजल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। इसके अलावा कर की उच्च दरें, ई-वे बिल से संबंधित कई बातों और वाहनों को कबाड़ करने की मौजूदा नीति आदि पर एआईएमटीसी की संचालन परिषद में चर्चा की गई।

एआईएमटीसी लगभग 95 लाख ट्रक ड्राइवरों और लगभग 50 लाख बसों व पर्यटक ऑपरेटरों का प्रतिनिधित्व करने का दावा करता है। संगठन ने बयान में कहा कि उसके राष्ट्रीय नेतृत्व ने मांगों के समाधान की दिशा में प्रक्रिया शुरू करने के लिए सरकार को 14 दिन का नोटिस जारी करने का निर्णय लिया है। प्रमुख मांगों में डीजल की कीमतों में तत्काल कमी और इसमें एकरूपता, ई-वे बिल व जीएसटी से संबंधित मुद्दों का समाधान और वाहनों को कबाड़ करने की नीति को अमल में लाने से पहले ट्रांसपोर्टरों के साथ इस बारे में चर्चा शामिल है। संगठन ने कहा कि यदि सरकार ऐसा नहीं करती है तो वे देश भर में परिचालन बंद करने को बाध्य होंगे।

केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद रावसाहेब दानवे ने रविवार को कहा कि शिवसेना नीत महाराष्ट्र सरकार को असम सरकार की तरह पेट्रोल की कीमत घटा देनी चाहिए। असम सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर अतिरिक्त सेस वापस ले लिया है, जिससे ईंधन की कीमत पांच रुपये कम हो गई है। यह ऐसे समय किया गया है, जब देशभर में ईंधन की कीमत नई ऊंचाई को छू रही है। भाजपा सांसद ने कहा,‘असम सरकार की तरह, महाराष्ट्र सरकार को भी करों में कटौती कर पेट्रोल और डीजल की कीमत घटा देनी चाहिए, जिससे लोगों को राहत मिलेगी।’

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