SAIL को तीसरी तिमाही में इतने करोड़ का मुनाफा

नई दिल्ली: स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया को इस वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 3645 रुपये का मुनाफा हुआ है। 31 दिसंबर 2020 को समाप्त तिमाही परिणाम कंपनी ने शुक्रवार को जारी की। इस समयावधि में कंपनी का हॉट मेटल प्रोडक्शन 12 फीसद मढ़कर 4.8 मीट्रीक टन रहा वहीं क्रूड स्टील प्रोडक्शन में कंपनी ने 9 फीसद का ग्रोथ हासिल किया। क्रूड स्टील प्रोडक्शन  4.37 मीट्रीक टन रहा। कंपनी का इस दौरान घरेलू सेल और निर्यात भी एक फीसद बढ़कर 4.15 मीट्रीक टन पर पहुंच गया।

दिसंबर तिमाही के दौरान कंपनी का कुल टर्नओवर पिछले साल इसी समयावधि की तुलना में 19.6 फीसद बढ़कर 19614 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल 16405 करोड़ था। अगर EBITDA की बात करें तो इस तिमाही में 346 फीसद की ग्रोथ हुई है। पिछले साल इसी दौरान सेल का EBITDA 1186 करोड़ था, जो इस साल दिसंबर तिमाही में बढ़कर 5294 करोड़ हो गया। वहीं टैक्स चुकाने से पहले कंपनी का मुनाफे में 716 फीसद की बढ़ोतरी हुई है।अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी का कुल खर्च 16,406.81 करोड़ रुपये रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 17,312.64 करोड़ रुपये था।

पिछले साल समान अवधि में यह केवल 591 करोड़ था, जो बढ़कर अब 3645 करोड़ हो गई है।सेल की चेयरमैन सोमा मंडल ने कहा, ”तमाम चुनौतियों के बावजूद सेल ने चालू वित्त वर्ष के दौरान कुल मिलाकर सुधार दर्ज किया है। अवसर का लाभ उठाते हुए कंपनी लॉकडाउन हटने के बाद बढ़ती इस्पात की मांग को पूरा करने में जुट गई। कपंनी द्वारा जारी परिणाम के मुताबिक दिसंबर तिमाही के दौरान परिचालन से कंपनी का राजस्व 20% बढ़कर 19,835 करोड़ रुपये हो गया, जबकि कुल खर्च 16,406 करोड़ रुपये रहा।

सेल ने बयान में कहा कि तिमाही के दौरान उसका कच्चे इस्पात का उत्पादन नौ प्रतिशत बढ़कर 43.7 लाख टन पर पहुंच गया। समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी का बिक्री योग्य इस्पात का उत्पादन छह प्रतिशत बढ़कर 41.5 लाख टन रहा।   इस्पात मंत्रालय के तहत आने वाली सेल देश की सबसे बड़ी इस्पात कंपनी है। कंपनी की स्थापित क्षमता 2.1 करोड़ टन सालाना की है।

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