वृक्षारोपण में सुनिश्चित की जाए जन सहभागिता : डीएम
हमीरपुर। सबमिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन योजनांतर्गत गठित कृषि तकनीकी प्रबंध अभिकरण ( आत्मा) के शासी निकाय की बैठक जिलाधिकारी डॉ ज्ञानेश्वर त्रिपाठी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई।
इस मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि आत्मा के शासी निकाय की बैठक तथा कृषि विभागों की अन्य महत्वपूर्ण बैठकों में जनपद के प्रगतिशील कृषकों को अनिवार्य रूप से बुलाया जाए तथा उनके सुझाव लिए जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि वृक्षारोपण हेतु प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के सभी लाभार्थियों को पांच-पांच वृक्ष कृषि विभाग द्वारा उपलब्ध कराए जाएंगे ,कृषकों द्वारा वृक्षारोपण कर इनकी देखभाल की जाए । कहा कि वृक्षारोपण में कृषकों का सहयोग लिया जाए तथा जन सहभागिता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि लोगों द्वारा कोरोनावायरस के दृष्टिगत सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाए । घर से बाहर निकलने पर मास्क का अनिवार्य रूप से प्रयोग किया जाए। साबुन से बार-बार हाथ धुले जाए तथा समय-समय पर सेनीटाइज किया जाए । कोरोना से बचने के लिए हम सभी को अपने आसपास के लोगों को भी जागरूक किए जाने की आवश्यकता है।
कुरारा कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने कहा कि कृषकों को कृषि संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए कृषि विज्ञान केंद्र में संपर्क किया जाए तथा इसमें चल रहे हैं ऑनलाइन प्रशिक्षण तथा ऑफलाइन प्रशिक्षण का लाभ लिया जाए । कृषि विज्ञान केंद्र में कृषिको को वैज्ञानिकों द्वारा फसल पैदावार बढ़ाने के बारे में आधुनिकतम तकनीक तथा अन्य तकनीकों के बारे में जागरूक किया जाता है । मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि कृषकों / पशुपालकों द्वारा अपने पशुओं का समय समय पर टीकाकरण व ईयरटैगिंग अनिवार्य रूप से कराया जाए। प्रत्येक सीजन में पशुओं के गर्भ का कुशल पशु चिकित्सकों से द्वारा परीक्षण कराया जाए। पशुओं के खुरपका , मुंहपका के टीके लगवाए जाएं।
बैठक में उप निदेशक कृषि , जेएम श्रीवास्तव ने बताया कि आत्मा योजनांतर्गत नवीनतम कृषि प्रौद्योगिकी तकनीकों के बारे में कृषकों को जागरूक करने के उद्देश्य से जनपद के कृषकों को दूसरे राज्यो तथा अन्य संबंधित स्थानों पर प्रशिक्षण प्रदान कराया जाता है कृषि तकनीक प्रसार हेतु समय-समय पर प्रदर्शनी आयोजित की जाती है। कृषकों का समूह बनाकर उन्हें उन्नत कृषि तकनीक के बारे में जरूरी जानकारी दी जाती है कृषकों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य कृषक पुरस्कार ,किसान मेला प्रदर्शनी आदि का आयोजन किया जाता है। इस अवसर पर उपनिदेशक कृषि ने आत्मा योजनांतर्गत वर्ष 2019- 20 में कराए गए विभिन्न कार्यों यथा कृषक प्रशिक्षण, प्रदर्शनी ,कृषक वैज्ञानिक संवाद ,किसान गोष्ठी तथा अन्य संबंधित कार्यों में हुए आय-व्यय की जानकारी दी। तत्पश्चात वर्ष 2020 -21 की प्रस्तावित कार्य योजना प्रस्तुत की, जिसमें जिलाधिकारी ने कृषकों से सुझाव लेकर उसमें संशोधन करने के निर्देश दिए ।जिलाधिकारी ने कहा कि जरूरतमंद कृषकों को कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत लाभान्वित किया जाए। बुंदेलखंड के दृष्टिगत कृषकों को ड्रिप /स्प्रिंकलर सिंचाई पद्धति अपनाने के बारे में जागरूक किया गया। बैठक में मौजूद कृषकों से जिलाधिकारी ने योजनाओं के लाभ मिलने अथवा न मिलने के बारे में पूछताछ की? जिस पर किसको द्वारा लाभ प्राप्त होने की बात बताई गई । उप निदेशक कृषि ने बताया कि टिड्डियों के हमले के दृष्टिगत कृषकों द्वारा अपने पास पावर स्प्रेयर अवश्य रखा जाए यह टिड्डियों को भगाने में अत्यधिक कारगर है।
इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी कमलेश कुमार वैश्य ,जिला कृषि अधिकारी सरस तिवारी, जिला उद्यान अधिकारी उमेश उत्तम ,मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी तथा प्रगतिशील किसान मौजूद रहे ।